देश को पदक दिलाने के लिए आंखो पर स्टिच लेकर भी लड़ते रहे सतीश कुमार

देश को पदक दिलाने के लिए आंखो पर स्टिच लेकर भी लड़ते रहे सतीश कुमार

ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई करने वाले पहले हैवीवेट मुक्केबाज बने थे सतीश

पुरुष सुपर हैवीवेट मुक्केबाजी के क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के बखोदिर जलोलोव से हारने वाले भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार की आंख और ठुड्डी पर 13 टांके लगे हैं। फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने रविवार को यह खुलासा किया। अजय सिंह को बीएफआई के एक ट्वीट कर कहा, "सतीश की आंख के ऊपर और ठुड्डी पर 13 टांके लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उन्होंने फिर भी नंबर 1 मुक्केबाज के खिलाफ लड़ने का फैसला किया, जो उनके साहस और देशभक्ति को दर्शाता है। आज सतीश की तरह कई लोग अपने देश के लिए वार नहीं करेंगे। हमें बहुत गर्व है।"
सतीश ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के पहले हैवीवेट मुक्केबाज हैं। वह यहां रयोगोकू कोकुगिकन एरिना में जमैका के रिकाडरे ब्राउन के खिलाफ अपनी प्री-क्वार्टर फाइनल जीत के दौरान चोटिल हो गए थे। उन्हों सुबह क्वार्टर फाइनल में लड़ने के लिए चिकित्सा मंजूरी दी गई थी।
"जलालोव बहुत मजबूत था और लक्ष्य पर मुक्के मारते हुए अक्सर हमला करता था। सतीश वहीं डटे रहे और जवाबी हमला किया लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी का बचाव बहुत मजबूत था और इस तरह वे इसे पार नहीं कर सके। उन्होंने स्कोर करने के कई प्रयास किए, लेकिन परिणाम अपने पक्ष में नहीं कर सके।"
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