बॉलीवुड : 'इमेरजेंसी' वाली इंदिरा के बाद अब सामने आया 'जयप्रकाश नारायण' का लुक, देखिए कौन निभा रहा है ये अहम किरदार

बॉलीवुड : 'इमेरजेंसी' वाली इंदिरा के बाद अब सामने आया 'जयप्रकाश नारायण' का लुक, देखिए कौन निभा रहा है ये अहम किरदार

जयप्रकाश नारायण यानी अनुपम खेर के लुक को अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर साझा करतर हुए कंगना ने लिखा- ‘अंधेरा है तो उजाला है इन्दिरा है तो जयप्रकाश है…!’

इन दिनों कंगना रनौत अपनी आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में कंगना एक्टिंग के साथ-साथ डायरेक्शन भी कर रही है। ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके द्वारा लगाए गए आपातकाल की कहानी बयान करेंगी। इस फिल्म में कंगना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किरदार में नजर आने वाली हैं और उनका लुक पहले ही धमाल मचा रहा है। अब उन्होंने अपनी फिल्म का दूसरा किरदार और आपातकाल के समय इंदिरा गांधी की सरकार को खुलकर चुनौती देने वाले क्रांतिकारी नेता जयप्रकाश नारायण को निभाने वाले अनुपम खेर के लुक को साझा किया है।
आपको बता दें कि जयप्रकाश नारायण यानी अनुपम खेर के लुक को अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर साझा करतर हुए कंगना ने  लिखा- ‘अंधेरा है तो उजाला है इन्दिरा है तो जयप्रकाश है…!’ वहीं कंगना के इस पोस्ट पर अनुपम खेर ने कॉमेंट करते हुए लिखा, ‘मुझे जयप्रकाश नारायण का रोल ऑफर करने के लिए धन्यवाद।’ वहीं, अनुपम खेर ने अपना लुक जारी करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘कंगना रनौत स्टारर और डायरेक्टोरियल फिल्म ‘इमरजेंसी’ में जयप्रकाश नारायण, जो निडर होकर सवाल करते थे. उनकी भूमिका निभाने कर बेहद खुश हूं. खुद पर गर्व महसूस कर रहा हूं. ये मेरी 527वीं फिल्म है! जय हो!’
फिल्म की कहानी की बात करें तो इस फिल्म में इंदिरा के शासन के दौरान ‘आपातकाल’ को लेकर लिए गए फैसले को दिखाया जाएगा। भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी के वो फैसले खूब विवादित है। 1971 में उनके खिलाफ जब चुनावों में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगा तो इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साल 1975 के लोकसभा चुनाव को रद्द कर दिया गया और 6 सालों का बैन लगा दिया गया। ऐसे में विपक्ष ने मौके का फायदा उठाते हुए इंदिरा से इस्तीफा मांगा, उनके खिलाफ प्रदर्शन किया लेकिन झुकने के बजाए इंदिरा ने आपातकाल की घोषणा कर दी। प्रेस की आजादी पर रोक लग गई और कई बड़े फेरबदल हुए. इस फैसले से नाराज जनता ने उन्हें 1977 के चुनाव में हरा दिया था।