कृति सैनन : मैं जहां हूं, उससे संतुष्ट नहीं हूं, अभी और भी बहुत कुछ खोजना बाकी है

कृति सैनन : मैं जहां हूं, उससे संतुष्ट नहीं हूं, अभी और भी बहुत कुछ खोजना बाकी है

2014 में हीरोपंती फिल्म से की थी करियर की शुरुआत, फिल्मी पृष्ठभूमि के ना होने के बावजूद जो सफलता मिली उससे काफी खुश है अभिनेत्री

नई दिल्ली,(आईएएनएस)| कृति सेनन ने महज सात साल में हिंदी सिनेमा में अपने पैर मजबूत कर लिए हैं। उन्होंने 'हीरोपंती', 'बरेली की बर्फी' और 'लुक्का छुपी' जैसी हिट फिल्मों में काम किया है। अभिनेत्री यहीं रुकना नहीं चाहती है। वह कहती है कि वह जहां है उससे संतुष्ट नहीं है अभी भी बहुत कुछ खोजना बाकी है। कृति ने 2014 में 'हीरोपंती' से बॉलीवुड में कदम रखा, जहां उनकी जोड़ी अभिनेता टाइगर श्रॉफ के साथ बनी थी। अभिनेत्री की नवीनतम रिलीज 'मिमी' है, वहीं वह 'हम दो हमारे दो', 'बच्चन पांडे', 'भेडिया' और 'आदिपुरुष' में नजर आने वाली हैं।
आईएएनएस के साथ बातचीत में कृति ने बताया कि वह बॉलीवुड में अपने सफर को कैसे देखती हैं। कृति ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरी यात्रा बहुत फलदायी रही है और मेरा मानना है कि आपकी यात्रा में काम होना चाहिए और एक ग्राफ होना चाहिए। यह किसी भी बिंदु पर स्थिर नहीं होना चाहिए। कुछ ऐसा होना चाहिए जिससे आप लगातार सीख रहे हैं और बढ़ रहे हैं। मैं फिल्मी पृष्ठभूमि से नहीं हूं और मैंने लंबे समय तक एक्टर बनने के बारे में नहीं सोचा था।"
इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करने वाली 31 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि "मैं एक इंजीनियर हूं, जिसने अभिनय में अपनी किस्मत ढूंढी और पाया कि उसे क्या करना है। डिंपी के साथ ( हीरोपंती में उनका किरदार) मैंने अपना रास्ता और निशान ढूंढा है। मैं हमेशा एक विचारक रही हूं इसलिए मैं बहुत सोचती हूं और सवाल करती हूं। मैं सीखना चाहती हूं।" "मैं जहां हूं उससे संतुष्ट नहीं हूं, मुझे यकीन है कि मेरे अंदर अभी भी बहुत कुछ खोजना बाकी है।"