सूरत : नगर निगम एक्शन मोड में , आवारा पशुओं को नियंत्रित करने का अभियान शुरू

सूरत : नगर निगम एक्शन मोड में , आवारा पशुओं को नियंत्रित करने का अभियान शुरू

सूरत नगर निगम द्वारा मवेशी को चीप टेग लगाने का अभियान शुरू किया गया

शहर में आवारा पशुओं को लेकर सूरत नगर निगम ने मवेशियों की पहचान के लिए टैगिंग शुरू कर दी है। मनपा की ओर से अलग-अलग पशु दल टीम बनाकर मवेशियों की पहचान व सड़कों पर आवारा पशुओं को रोकने का प्रयास जारी है।

तीन टीमों को लगाया गया था


सूरत नगर निगम ने आज फिर मवेशियों की टैगिंग शुरू कर दी है। सूरत नगर निगम की ओर से एक नया प्रयोग शुरू किया गया। जिसके तहत मवेशियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) चिप्स से शुरू किया गया। जो बहुत ही सफल है। सूरत नगर पालिका द्वारा तीन अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। जिनके द्वारा प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर मवेशियों की टैगिंग की जा रही है।

अभी तक 12000 मवेशियों की टैगिंग की जा चुकी है


सूरत नगर निगम द्वारा पिछले कुछ समय से मवेशियों को टेग करने के लिए नि:शुल्क चिप लगा रहा है। प्रारंभिक चरण में पशुपालकों से रुपए वसूले गए। लेकिन अब उन्होंने चार्ज करना भी बंद कर दिया है। प्रतिदिन एक टीम द्वारा लगभग 100 मवेशियों की टैगिंग की जा रही है और तीन अलग-अलग टीमों द्वारा 250 से अधिक मवेशियों की टैगिंग की जा रही है। जिससे मवेशियों के मालिक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है और मवेशी कहां-कहां घूम रहे हैं, इसकी भी पूरी जानकारी सूरत नगर निगम के अधिकारियों को मिल जाती है। ऐसे में अगर वे सड़क पर आवारा हों तो उन्हें पकडऩा आसान हो जाता है और कितनी ही बार मवेशियों को भटकते हुए पकड़ा गया है। इसे ध्यान में रखते हुए मवेशियों के मालिक पर जुर्माना लगाया जाता है।
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