सूरत : कोरोना काल में अज्ञात मृतकों की अस्थियों को विसर्जित किया जायेगा

सूरत : कोरोना काल में अज्ञात मृतकों की अस्थियों  को विसर्जित किया जायेगा

कोरोना में मरने वालों की मुक्ति के लिए अस्थि यात्रा, हरिद्वार मेें अस्थियां विसर्जित होगी वापसी पर पुष्कर में पूजा होगी

हिंदू शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के बाद उत्तरा क्रिया कर्म किए जाते हैं। जिसमें मृत शरीर के दाह संस्कार के बाद उसकी हड्डियों का पवित्र नदीयों के जल में विसर्जन करने की मान्यताएं हैं। सूरत में कोरोना काल में कई परिवारों ने एकता ट्रस्ट के माध्यम से अपने रिश्तेदारों का अंतिम संस्कार किया है।

अस्थि विसर्जन यात्रा निकली 


सूरत शहर एकता ट्रस्ट द्वारा मानव शवों की अस्थि विसर्जन यात्रा के रूप में आज सूरत से हरिद्वार के लिए रवाना हुई। इस यात्रा में एकता ट्रस्ट के अध्यक्ष सहित नौ व्यक्ति 1200 से अधिक मृतकों की अस्थियां लेकर एकता ट्रस्ट की निजी एंबुलेंस वैन से रवाना हुए। हर साल दिसंबर के महीने में अस्थियां निकाली जाती हैं।

मृतदेहो को मोक्ष देने की कोशिश की जा रही है


एकता ट्रस्ट, सूरत के अब्दुलभाई मालाबारी के अनुसार हरिद्वार जहां अज्ञात मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाएगा और लौटने पर राजस्थान के पुष्कर में पूजा की जाएगी। अस्थि यात्रा का खर्च सूरत के धर्मार्थ लोगों द्वारा वहन किया जा रहा है। अब्दुलभाई मालबारी ने कहा कि पेट्रोल डीजल के साथ-साथ आर्थिक मदद भी की गई है। एकता ट्रस्ट पिछले 35 वर्षों से सूरत शहर में सेवा कार्य कर रहा है। कोरोना काल में भी एकता ट्रस्ट ने अच्छे काम किए थे और मानवता की मदद की थी। एकता ट्रस्ट में हर समाज के लोग बिना किसी जातिगत भेदभाव के मिलकर ये सेवा कार्य कर रहे हैं।
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