सूरत : 1.66 करोड़ रुपये के मुकाबले 3.57 करोड़ रुपये की उगाही करने वाले साहूकारों को गिरफ्तार किया

सूरत : 1.66 करोड़ रुपये के मुकाबले 3.57 करोड़ रुपये की उगाही करने वाले साहूकारों को गिरफ्तार किया

सूरत क्राईम ब्रान्च ने साहूकारों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए दो को गिरफ्तार किया

सूदखोरों का उत्पीड़न राज्य में बढ़ता ही जा रहा है। सूदखोरों के उत्पीड़न को लेकर कई परिवार पुलिस में शिकायत कर रहे हैं। सूरत में साहूकार व्यापारी को 6% ब्याज पर नकद और 3 दुकान देकर दिए गए 1.60 करोड़ के बदले 3.57 करोड़ रुपये की उगाही करते थे और मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते थे। जिसके चलते व्यवसायी ने दो सूदखोरों के खिलाफ सूरत क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों सूदखोरों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की है।

साहूकारों के खिलाफ पुलिस की सघन कार्रवाई


सूरत में सूदखोर रुपये के जाल में फंसे लोगों की जबरदस्ती का फायदा उठा रहे हैं। गलत तरीके से उच्च ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज की उगाही की कई शिकायतें हैं। कई बार ब्याज लेने वाला व्यक्ति सूदखोरों के दबाव में आत्महत्या तक कर लेता है। जिससे ब्याज के नाम पर इस तरह गलत तरीके से रंगदारी व दबाव बनाने वाले सूदखोरों पर सूरत पुलिस विशेष नजर रखे हुए है। और ऐसे अपराधों को गंभीरता से लेते हुए। जिसके तहत सूरत में एक व्यापारी ने पैसे की आड़ में 1.60 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में लिए। जिसके खिलाफ सूदखोर आज 3.57 करोड़ रुपये की मांग कर रहे हैं।

जबरन लिखा भी गया


वे व्यवसायी को जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। व्यापारी ने इस बारे में सूरत अपराध शाखा में शिकायत की। सूदखोर की पहचान अज्ञात होने के कारण पुलिस ने अपराध को गंभीरता से लिया और तत्काल जांच शुरू की। 25 लाख रुपये 6 प्रतिशत ब्याज पर लिए गए। साथ ही वर्ष 2019-20 में घनश्यामभाई चावड़ा ने मोटा वराछा की 3 दुकानों के लिए सुधीरभाई गोयानी के अनुरोध पर अन्य के नाम से दस्तावेज दिए थे। और यहां तक ​​कि इन 3 दुकानों के ओवरवैल्यूएशन मूल्य में जो रुपये जोड़े गए थे, उन पर सुधीरभाई के नाम पर 6 प्रतिशत ब्याज पर उधार लेने का दावा किया गया था और ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज के साथ 6 करोड़ की गणना की गई थी। साथ ही जबरन लिखा भी गया कि उधार का पैसा दे दिया गया है।

आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद की गई कार्रवाई


सुधीरभाई के घर गया और उसके पिता को थप्पड़ मारा और घरवालों से झगड़ा किया। और जान से मारने की धमकी दी। सुधीरभाई के पिता को अच्छे लोगों के बीच समझौता करना पड़ा और बंदोबस्त के तहत घनश्याम रघुभाई चावड़ा और हरेश रघुभाई चावड़ा के खाते में कुल 3.57 करोड़ रुपये थे, जिसमें से 1.25 करोड़ नकद तीन किस्तों में और 2.32 करोड़ की 4 संपत्तियां देने का फैसला किया गया था और उसके अनुसार अगर उन्होंने रुपये का भुगतान नहीं किया तो समझौता दोनों ऋण शार्क ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। तो सुधीरभाई के पिता ने उन दोनों को 45 लाख रुपये दिए। हालांकि, वे बकाया राशि का भुगतान करने में असमर्थ थे और साहूकार जबरन वसूली से व्यथित थे और मामला पुलिस आयुक्त को प्रस्तुत किया गया था। तो सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने जांच कर इस मामले में केस दर्ज किया है। और घनश्याम रघुभाई चावड़ा और हरेशभाई रघुभाई चावड़ा दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और ब्याज के नाम पर कानूनी कार्रवाई की गई।
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