सूरत: दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी (DGVCL) ने बिजली लाइनों से तार चोरी के खतरे को रोकने टास्क फोर्स का किया गठन

सूरत: दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी (DGVCL) ने बिजली लाइनों से तार चोरी के खतरे को रोकने टास्क फोर्स का किया गठन

बिजली के तार चोरी करने से बिजली कंपनी के साथ ग्राहकों तथा किसानों की काफी समस्या का समाना करना पडता है






हाल ही में तापी और सूरत जिले के आसपास के क्षेत्रों में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों जैसे  ओलपाड, किम, सेवणी, कामरेज, कोसंबा, मांगरोल, कठोर, मांडवी, आदि क्षेत्र में बिजली लाईन से एल्युमेनियम के तारो की चोरी के मामले सामने आए हैं। जिससे कंपनी को आर्थिक नुकसान होता है, और उपभोक्ताओं को व्यवधान (पावर-कट) का सामना करना पड़ता है। खासकर कृषि से जुड़ी बिजली लाईन से केबल की चोरी से कृषि से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां प्रभावित होती हैं।

बिजली के तार चोरी के लंबित मामलों की भी होगी जांच 



इन मामलों में  बिजली कंपनी द्वार पुलिस में शिकायत (एफआईआर) दर्ज की जाती है। इसी प्रकार से बिजली तार चोरी की जांच पुलिस स्टेशन में चल रही है। ऐसी बिजली तार चोरी का पता लगाने और एफआईआर की जांच की गंभीर समस्या है।


टास्क फोर्स पुलिस अधिकारियों के संकलन में कार्यवाही करेगी


पुरानी शिकायतो से निपटने के लिए कार्य दक्षन द्वारा एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इस कार्य में तकनीकी पर्यवेक्षक अभियंता, परियोजना अभियंता, उप अभियंता और कनिष्ठ अभियंता शामिल किया गया है। यह टास्क फोर्स डी.जी.वी.सी.एल. के कॉर्पोरेट कार्यालय के इंजीनियर (सतर्कता) की देखरेख में है। यह कार्य पुलिस विभाग के डीवाईएसपी स्तर के अधिकारीयों से संकलन करके किया जाता है। पुरानी केबल चोरी के लंबित मामलों (एफआईआर) और स्थानीय पुलिस कार्यालय के साथ त्वरित जांच को सक्षम करके। स्थानीय पुलिस के साथ गश्त और चोरी से निपटने के लिए अधिकारियों की टीमें बनाई गईं।
सूचनाओं के आदान-प्रदान से चोरी की रोकथाम और चोरी का पता लगाने में मदद मिलेगी। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि टास्क फोर्स द्वारा बिजली तार की चोरी के कारण, ग्राहक को कंपनी द्वारा विशेष रूप से किसानों की समस्या का समाधान लाने का प्रयास किया जायेगा। 
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