सूरत : विसर्जन की तरह गणेश आगमन के लिए तेजतर्रार यात्राओं का चलन

सूरत : विसर्जन की तरह गणेश आगमन के लिए तेजतर्रार यात्राओं का चलन

हजारों-लाखों रुपये की लागत से मंडप में श्रीजी की यात्रा करने में छोटे छोटे पंडाल भी पिछे नहीं

सूरत में कोरोना के बाद लोगों में बिना किसी पाबंदी के गणेश उत्सव मनाने को लेकर भारी उत्साह दिख रहा है। सूरत में पिछले कुछ वर्षों से गणेश विसर्जन की तरह ही श्रीजी आगमन यात्रा भी गणेश प्रतिमा की स्थापना के लिए भव्य होती जा रही है। पहले केवल बड़ी सभाएं ही अगमन यात्रा करती थीं, लेकिन अब छोटी सभाओं और आवासीय सोसायटियों में भी गणेश अगमन यात्रा आस्था और श्रद्धा के साथ की जा रही है। चूंकि यह सप्ताहांत भी है, इसलिए शहर की कई सड़कों पर इस तरह की आगमन यात्रा देखी जा रही है।

विसर्जन यात्रा से पुर्व अब आगमन यात्रा का नया ट्रेन्ड


कोरोना पूरी तरह से दूर नहीं हुआ है, लेकिन मामलों की बढ़ती संख्या के कारण, सरकार ने त्योहार के उत्सव पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है, और लोगों में गणेशोत्सव के उत्सव के लिए अभूतपूर्व उत्साह देखा जा रहा है। बरसों पहले सूरत में भारी संख्या और रूआबदार प्रदर्शनी गणेश की विदाई यात्रा के दौरान ही नजर आते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों में गणेश आगमन यात्रा का एक नया चलन शुरू हुआ है और अब इसमें भारी उछाल देखने को मिल रहा है।
गणेश उत्सव अगले बुधवार से शुरू होने से पहले अधिकांश बड़े गणेश आयोजकों ने सप्ताहांत के दौरान गणेश आगमन यात्रा निकालना शुरू कर दिया है। जिससे आने जाने वाले क्षेत्र में रास्ते बंद हो जाते हैं। गणेश आगमन यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं और हजारों लोग इसे देखने के लिए सड़कों पर उतरते भी नजर आ रहे हैं।

सप्ताहांत के कारण पिछले दो दिनों से गणेश भक्तों का घोड़ापुर देखने को मिल रहा 


बापा की आगमन यात्रा के दौरान पिछले दो दिनों से सूरत में गणेश भक्तों का घोड़ापुर देखने को मिल रहा है। इसे देखते हुए यह तय किया गया है कि गणेश आयोजक और भक्त बड़ी धूमधाम से इस पर्व को मनाएंगे। गणेश आगमन यात्रा का चलन शहर के कोट इलाके और रांदेर-अडाजन इलाके में ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस यात्रा के दौरान बिग लाइटिंग, डीजे, ढोलनगरे, लेज़ीम, पालकी, बगी, बैंड जैसे वाद्ययंत्रों के साथ बापा की आगमन यात्रा जारी है। पहले सूरत में बड़ी-बड़ी सार्वजनिक मंडली ही आगमन यात्रा निकालती थीं, लेकिन अब सोसायटी में भी गणेश की प्राण प्रतिष्ठा से पुर्व बडीआगमन यात्रा निकाल रहे हैं। इसमें समाज के निवासी एक ही वस्त्र ड्रोसकोड में बापा की पूजा कर रहे हैं। सूरत में गणेश जी की आगमन यात्रा का चलन शुरू हो गया है, अब राजनेता भी इसमें प्रवेश कर रहे हैं। आयोजक बापा की आगमन यात्रा में स्थानीय राजनेताओं के उपस्थित होने पर जोर दे रहे हैं। दूसरी ओर हजारों की संख्या में लोग इस यात्रा में शामिल हैं। राजनेताओं के लिए यह एक तरह का अवसर है। अगमन यात्रा का महत्व इस वजह से भी बढ़ रहा है कि हजारों लोगों के बीच स्थानीय राजनेता, नगर निगम पदाधिकारी, पार्षद, विधायक या मंत्री भी अगमन यात्रा में शामिल हो रहे हैं।


आगमन यात्रा के कारण घंटों जाम की स्थिति


सूरत में जहां गणेश आगमन यात्रा निकाली जाती है उस रुट पर वहां घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है। इस यात्रा में जैसे-जैसे भक्तों की संख्या बढ़ी है, वाहन चलाने के लिए जगह नहीं बची है। इसलिए यदि कोई गलती से वाहन को आगमन मार्ग पर ले जाता है, तो उसे घंटों जाम में फंसना पड़ता है। इस वजह से लोग अगर दूर से ही बापा की बारात को देखते हैं तो रास्ता बदल कर दूसरे रास्ते से गुजर रहे हैं। यात्रा में जितने लोग शामिल होते हैं और भगवान गणेश के भव्य आगमन को देखने के लिए अधिक लोग आते हैं, ट्रैफिक जाम भी हो रहा है।
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