सूरत : गांधीनगर सीआईडी के कब्जे से फरार हुए अपराधी को क्राइम ब्रांच ने धर-दबोचा

गांधीनगर सीआईडी क्राइम साइबर सेल के कब्जे से हथकड़ी के साथ ही फरार हो गया था आरोपी चेतन

सूरत क्राइम ब्रांच ने गांधीनगर सीआईडी क्राइम साइबर सेल के कब्जे से हथकड़ी के साथ भागे आरोपी को नाश्ता करते समय पकड़ लिया और गांधीनगर पुलिस के हवाले कर दिया। गांधीनगर सीआईडी के कब्जे से ये अपराधी उसी दिन भाग गया था जिस दिन महाराष्ट्र की पुणे पुलिस द्वारा फर्जी आधार कार्ड के साथ 11 सिम कार्ड लेने वाले मामले में नकेल कसने के बाद उसे गांधीनगर सीआईडी क्राइम साइबर सेल के हवाले किया था। इस अपराधी का नाम चेतन मांगरोलिया है। चेतन 2017 से गुजरात पुलिस में धोखाधड़ी के छह मामलों में वांछित (वांटेड) था।

गांधीनगर के अवाला सूरत और राजकोट पुलिस को भी थी इसकी तलाश

गांधीनगर सीआईडी क्राइम की साइबर सेल ने सूरत के पसोदरा पाटिया के पास से विपुल मांगरोलिया को धर-दबोचा। जूनागढ़ के चंपारा गांव के रहने वाले विपुल और चेतन रमेश मांगरोलिया ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर 11 सिम कार्ड बनवाए। जिसमें जूनागढ़ के मूल निवासी चेतन रमेश मंगरोलिया की संलिप्तता सामने आई। इतना ही नहीं चेतना को सूरत पुलिस चार अलग-अलग अपराधों के मामले में 2017 से और राजकोट पुलिस एक अन्य मामले के लिए तलाश कर रही थी। पुलिस को अपने सूत्रों से जानकारी मिली थी कि यह वांटेड अपराधी महाराष्ट्र के पुणे में नांदेड़में रह रहा हैं। यह जानकारी मिलने के बाद सीआईडी क्राइम ने आरोपी की जानकारी पुणे के हवेली पुलिस स्टेशन से साझा की और उन्होंने चेतन को गिरफ्तार कर 20 तारीख को गांधीनगर सीआईडी क्राइम की साइबर सेल को सौंप दिया।

हथकड़ी समेत हो गया था फरार

चेतन को पकड़ने के बाद 21 को उसे गांधीनगर सीआईडी क्राइम की साइबर सेल में ले जाया गया जहाँ से चेतन हाथ में लगी हथकड़ी के साथ फरार हो गया। गांधीनगर सीआईडी क्राइम की साइबर सेल की कस्टडी से एक अपराधी के फरार होने के बाद पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस बीच, सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने चेतन के सूरत के कतरगाम इलाके में होने की खबरों के बीच उसे गिरफ्तार कर लिया।