सूरत : गुजरात में हर महीने 15 लाख लीटर से ज्यादा मेथनॉल आने को लेकर वापी पुलिस ने लिया अहम फैसला

सूरत : गुजरात में हर महीने 15 लाख लीटर से ज्यादा मेथनॉल आने को लेकर वापी पुलिस ने लिया अहम फैसला

राज्य में केमिकल कांड बनने के बाद गुजरात सरकार और गुजरात पुलिस भी एथेनॉल और मेथनॉल की खपत और उत्पादन को लेकर सतर्क हो गई है

राज्य में केमिकल कांड बनने के बाद गुजरात सरकार और गुजरात पुलिस भी एथेनॉल और मेथनॉल की खपत और उत्पादन को लेकर सतर्क हो गई है। वापी जीआईडीसी में 75 से अधिक कंपनियों में हर महीने 15 लाख लीटर से अधिक मेथनॉल का उपयोग किया जाता है। इसलिए पुलिस अब उन कंपनियों पर भी कड़ी नजर रखेगी जो बड़े पैमाने पर मेथनॉल का इस्तेमाल करती हैं। वलसाड जिला पुलिस की ओर से मेथनॉल का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों को इस संबंध में विशेष निर्देश दिए गए हैं और सभी कंपनियों से इसका पालन करने का आग्रह किया है। इसलिए मेथनॉल का उपयोग करने वाले उद्योग भी अब सभी सरकारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने का वादा कर रहे हैं।
राज्य का प्रमुख औद्योगिक शहर वापी हजारों छोटे और बड़े उद्योगों का घर है। वापी में स्थित 70 से अधिक कंपनियों में इथेनॉल और मेथनॉल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक वापी और उसके आसपास की कंपनियों में 15 लाख लीटर से ज्यादा मेथनॉल का इस्तेमाल होता है। इसलिए राज्य में रासायनिक घोटाले के बाद पुलिस अब वापी जीआईडीसी कंपनियों में इस्तेमाल होने वाले मेथनॉल की मात्रा पर भी कड़ी नजर रखेगी। इस संबंध में वलसाड जिला पुलिस ने सुझाव दिया है कि मेथनॉल का उपयोग करने वाले उद्योगों को सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए। साथ ही उन वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाने का आग्रह किया गया है जहां मेथनॉल का भंडारण और परिवहन किया जाता है। अब मेथनॉल और एथेनॉल का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों पर नजर रखने के लिए पुलिस की एक टीम भी तैनात कर दी गई है।
वापी जीआईडीसी के मेथनॉल और इथेनॉल का उपयोग करने वाली कंपनियों को सरकार द्वारा घोषित दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है। हालांकि, अब राज्य में रासायनिक घोटाले को लेकर पुलिस और उद्योगों के साथ सरकार भी ज्यादा सतर्क हो गई है। वापी उद्योगों में उपयोग होने वाले मेथनॉल और एथेनॉल के स्टॉक के नियमित रखरखाव के साथ-साथ इसके भंडारण और परिवहन के लिए सरकार और पुलिस द्वारा जारी निर्देशों और दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना।
रासायनिक घोटाले ने कई लोगों की जान ले ली है।  एक बार फिर ऐसा कोई घोटाला नहीं होना चाहिए और जिन उद्योगों में मेथनॉल का उत्पादन और उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है सरकार और पुलिस भी अब उन पर खास नजर रखेगी। साथ ही ऐसे उद्योगों पर लगातार नजर रखना जरूरी है ताकि उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले मेथनॉल और एथेनॉल का दुरुपयोग न हो।
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