सूरत : बारडोली में बिजली के तार गिरने से 2 महिलाओं की करंट लगने से हुई मौत

सूरत : बारडोली में बिजली के तार गिरने से 2 महिलाओं की करंट लगने से हुई मौत

अक्सर बरसात के दिनों में सामने आती रहते है ऐसे हादसे

सूरत के बारडोली कस्बे के भूतमा इलाके में बिजली के तार गिरने से 2 महिलाओं की करंट लगने से मौत हो गई। सूरत के बारडोली कस्बे के भूतमा इलाके में जब दो महिलाएं खेत में मशरूम लेने गई तो बिजली का एक तार गिर उनके उपर जाने से करंट लगने के कारण उनकी मौत हो गयी। दोनों महिलाएं बिजली के टूटे तार को हटाने गई तो दोनों महिलाओं की करंट लगने से मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई की।
खास बात यह है कि ऐसी घटनाएं अक्सर मानसून में होती हैं। तो क्या इस तरह की घटनाओं को होने से रोकने के लिए सिस्टम की कोई जिम्मेदारी नहीं है? जब उप अभियंता केशवभाई से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, 'हवा के साथ तेज बारिश के कारण नारियल के पेड़ के कारण तार टूट कर नीचे आ गया। जिससे यह हादसा हो गया।' उन्होंने कहा, 'अगर खुले तारों की जगह एरियल कंडक्ट तार रखे जाएं तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है। लेकिन यह अभी भी कृषि क्षेत्र में ये काम बचा हुआ है।' इस मामले में जब कहा गया कि कृषि क्षेत्र में यह प्रक्रिया अभी तक क्यों लंबित होने से दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, 'खेत के चारों ओर बाड़ लगा दी गई है, लेकिन ये दोनों बहनें वहीं घुस गईं।'
लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि टूटी बिजली लाइन को हटाने गई दो महिलाओं को करंट लगने का जिम्मेदार कौन है? बिजली की लाइनें इस तरह क्यों उजागर होती हैं? ऐसे तारों को कवर क्यों नहीं किया जाता है? क्या सिस्टम ऐसी घटना होने का इंतजार करता है?'
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