सूरत : डांग में मेघ तांडव के बाद भारी नुकसान, पूर्णा नदी का जलस्तर घटा, पांच शव मिले

सूरत  : डांग में मेघ तांडव के बाद भारी नुकसान, पूर्णा नदी का जलस्तर घटा, पांच शव मिले

 दक्षिण गुजरात में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से नदियां दोनों किनारों पर बह रही हैं। डांग जिले में मेघराजा के विराम के बाद आहवा तालुका से तीन और 
सुबीर तालुका से पांच शव बरामद किए गए। मेघतांडव के बाद एक के बाद एक पूर्णा नदी में पांच शव मिले। डांग जिले के पूर्वपट्टी क्षेत्र के कडमाल गांव के 56 वर्षीय रहीश इंद्रभाई पवार गुरुवार को खेत से घर नहीं लौटे। उसका शव शुक्रवार को कडमाल के पास एक नाले में फंसा मिला। इसी तरह वांजटेबरुन गाम के पास दो मृत देह होने की जानकारी मिलते ही आहवा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरु की। जबकि  सुबीर तालुका के वडपाड़ा गांव के नवलभाई भीखुभाई पाटिल (उम्र 36) पूर्णा नदी में डूब गये थे, उनका शव लवचाली गांव में नदी के तल में मिला था। 13 तारीख को ढोंगीआंबा गांव के 13 वर्षीय छात्र रोहितभाई जितेशभाई दिवा पूर्णा नदी मेंडूब गये थे।  उसका शव 15 किमी दूर वघई तालुका के दरदी गांव में नदी के किनारे में फंसा मिला।
दो दिन पहले नवसारी की तीनों नदियों में बाढ़ आ गई थी। नवसारी की तीन नदियां अंबिका, पूर्णा और कावेरी में भी बाढ़ आ गई थी। वहीं चिखली के पास कावेरी नदी के उफान पर होने के कारण मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग 48 को बंद कर दिया गया था। वहीं, नवसारी जिले में बाढ़ से 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम ने कुल 21 लोगों को रेस्क्यू किया था।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक रविवर 17 जुलाई से राज्य में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी।  मौसम विभाग के मुताबिक आज सिर्फ पोरबंदर, जूनागढ़ और वलसाड में ही भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, पोर्ट पर एक नंबर सिग्नल लगाया गया है। इसके अलावा मछुआरों को समुद्र मछली पकड़ने न जाने की हिदायत दी गई है। अहमदाबाद शहर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। यहां भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। जबकि अरब सागर के ऊपर सक्रिय हुआ कम दबाव अब डिप्रेशन का रूप ले चुका है। हालांकि, इस डीप्रेशन का असर गुजरात पर नहीं पड़ेगा। क्योंकि डिप्रेशन समुद्र क्षेत्र में है, जमीन पर नहीं।
Tags: 0