सूरत : नगर निगम के स्कूल में यौन शोषण के मामले में शासनाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी

सूरत : नगर निगम के स्कूल में यौन शोषण के मामले में  शासनाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी

समिति ने स्कूलों में बच्चों के यौन शोषण के मुद्दे पर शासकों और मनपा आयुक्त से मांगा स्पष्टीकरण , पेन ड्राइव में 200 से अधिक क्लिपिंग के बावजूद अभी तक पुलिस में कोई शिकायत नहीं

यौन शोषण में शामिल आचार्य को निलंबित करने के बाद प्रबंधन को कारण बताओ नोटीस जारी किया 
पुणा गांव में सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के स्कूल के प्रधानाध्यापक को छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में निलंबित किए जाने के बाद कल देर शाम प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।
सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति समेत पूरे शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आने के बाद भी नगर प्रशासन ने विवादास्पद प्राचार्य के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। इस बात को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है कि जिस  प्रिंसिपल के खिलाफ बाल यौन शोषण के आरोप है उसके साक्ष्य के रुप में  दी गई पेन ड्राइव में करीब 200 क्लिपिंग और कुछ ऑडियो हैं। इस क्लिपिंग में समिति के स्कूली छात्र  और यूनिफॉर्म पहने होने के बावजूद अभी तक निलंबन के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।इसको लेकर जहां विवाद चल रहा है, वहीं स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल ने कहा कि समिति के प्राचार्य के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाए गए हैं, इसलिए कल शाम उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है और उनसे पूरे मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इस पूरे मामले में प्राचार्य के निलंबन के साथ ही प्रशासक को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है, लेकिन नगर निगम के स्कूल में पिछले कई समय से बच्चों का यौन शोषण किया जा रहा था। इस मुद्दे पर अभिभावक ने एक पेन ड्राइव में 200 से ज्यादा विडियो ओडियो क्लीपिंग दी हैं, जिसमें दो क्लीपिंग में प्रिंसिपल नजर आ रहे है और आवाज भी सुनी जा सकती है। इसके अलावा पूरा यौन शोषण नगर निगम के एक स्कूल में होने के बावजूद अभी तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। जिससे चर्चा है कि लालची लंपट प्राचार्य को बचाने की कोशिश की जा रही है।
चूंकि कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई होने से आचार्य के कार्यों के खिलाफ कोई सबूत सामने नहीं आया था। आचार्य के खिलाफ मामले में शामिल कुछ अन्य लोग गवाह या पीड़ित के रूप में सामने नहीं आए हैं। एक बार नगरपालिका पुलिस मामला दर्ज कर लेती है, उसके बाद ही पीड़ित के सामने आने की संभावना होती है। हालांकि, कई कयास लगाए जा रहे हैं कि शिक्षा समिति पुलिस थाने में अभी तक शिकायत क्यों दर्ज नहीं कर रही है।
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