सूरत : तापी नदी के किनारे बनाने जा रहा है रिवरफ्रंट, पहले चरण में खर्च होंगे 2000 करोड़ रुपये

सूरत : तापी नदी के किनारे बनाने जा रहा है रिवरफ्रंट, पहले चरण में खर्च होंगे 2000 करोड़ रुपये

विश्व बैंक सशर्त तापी रिवरफ्रंट परियोजना के लिए 2000 करोड़ में से 1400 करोड़ का ऋण देने को तैयार

अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर बना रिवरफ्रंट आज पूरे राज्य में जाना जाता है। इस रिवरफ्रंट में विभिन्न गतिविधियाँ की जाती हैं। वहीं अब तापी नदी के किनारे रिवरफ्रंट बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। तापी रिवरफ्रंट परियोजना के लिए विश्व बैंक ऋण देने को तैयार है। हालांकि विश्व बैंक ने कर्ज देने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। इसके लिए 11 प्रकार की अध्ययन रिपोर्ट और निष्कर्ष प्रस्तुत करना होता है।
रिवरफ्रंट विकास के पहले चरण में 2000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। विश्व बैंक ने तापी रिवरफ्रंट परियोजना के लिए 2000 करोड़ के पहले चरण में से 1400 करोड़ का ऋण देने को तैयार है। हालांकि, चूंकि नदी तट के लिए विश्व बैंक की शर्तों के अनुसार एक परियोजना तैयार करना आवश्यक है, इसलिए विश्व बैंक द्वारा सुझाई गई तैयारियों के लिए नगर आयुक्त द्वारा बैठकों की एक श्रृंखला शुरू की गई है। कई शर्तों के साथ, विश्व बैंक ने 11 विभिन्न प्रकार की अध्ययन रिपोर्ट और तापी नदी के उद्गम से लेकर सूरत में समुद्र से मिलने वाले क्षेत्र के अपने निष्कर्षों को भी निर्धारित किया है। विश्व बैंक को तापी नदी से संबंधित सामाजिक, पर्यावरणीय, आर्थिक पहलुओं को कवर करते हुए एक अध्ययन करना है। कार्य का टेंडर जारी होने के बाद ही नगर पालिका द्वारा 2000 करोड़ का 30 प्रतिशत विश्व बैंक द्वारा ऋण दिया जाएगा। इसके अलावा नगर पालिका को अंतरराष्ट्रीय स्तर का सलाहकार भी नियुक्त करना होगा।
इसमें विशेष रूप से तापी नदी पर जल विज्ञान और हाइड्रोलिक अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए सूरत नगर निगम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का सलाहकार नियुक्त करना होगा।इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सलाहकार से विश्व बैंक से मदद मांगी जाएगी। 4000 करोड़ रुपये के रिवरफ्रंट के पहले चरण में 2000 करोड़ रुपये के कार्यों में से तीस प्रतिशत के टेंडर जारी होने के बाद ही विश्व बैंक के माध्यम से धनराशि उपलब्ध होगी।
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