
सूरत : कार्यालय के भीतर छात्रों को निर्वस्त्र करने के मामले में आचार्य निलंबित हो गया है
By Loktej
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संदेह के घेरे में आए प्रधानाध्यापक को निलंबित करने का निर्णय लिया गया, साथ ही वीडियो के आधार पर जांच और फिर दंडात्मक कार्रवाई का भी आदेश दिया
सूरत नगर निगम द्वारा संचालित नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के प्रधानाध्यापक के गुरुपद की गरिमा को ठेस पहुँचाने के कृत्य की शिक्षा जगत में गहरी प्रतिक्रिया है। छात्राओं के यौन उत्पीड़न के विवाद के सामने आने के बाद आखिरकार स्कूल प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है। ऑफिस में छात्रों के कपड़े उतारे जाने का वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया। इस पर अधिकारियों ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए प्रिंसिपल को निलंबित करने का आदेश दिया। साथ ही वीडियो के आधार पर जांच और फिर दंडात्मक कार्रवाई का भी आदेश दिया है।
शिक्षा समिति स्कूल में हुए विवाद पर नजर डालें तो वराछा अंचल के पुणे क्षेत्र के स्कूल नंबर-300 के प्रधानाध्यापक पर छात्रों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। शिकायत के बाद समिति के पदाधिकारियों ने सबसे पहले अडाजान स्थित एक स्कूल में प्रधानाध्यापक का तबादला कर पैसे लेने का प्रयास किया। हालांकि, गुरुवार को विपक्ष की ओर से दो संदिग्ध वीडियो जारी किए गए। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्रा प्रिंसिपल के ऑफिस में नग्न अवस्था में थी। दूसरे वीडियो में शख्स का चेहरा नहीं दिख रहा था। पूरा मामला नगर आयुक्त तक पहुंचा।जिसके बाद प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया। नगर आयुक्त बंछनिधि पाणि ने बताया कि प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया है। अब वीडियो के आधार पर आगे की जांच कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छात्राओं के यौन उत्पीड़न ल के वीडियो को लेकर तीन महीने पहले अभिभावक द्वारा शिक्षा समिति में शिकायत दर्ज कराई गई थी लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन अंततः वीडियो क्लिप के सामने आने से पूरा मामला सामने आ गया। अभिभावक द्वारा दिए गए पेन ड्राइव में लगभग 200 क्लिप थे। उनमें से केवल दो क्लिप में प्रिंसिपल के कार्यालय में हुई घटना को दिखाया गया है। अन्य वीडियो क्लिप पांच से दस सेकंड लंबी हैं और बहुत स्पष्ट नहीं हैं। साथ ही यह वीडियो क्लिप भी साल 2020 का बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि तबादले के बाद प्रधानाध्यापक द्वारा छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में शिक्षा समिति के पदाधिकारियों द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। जांच समिति ने विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर नगर आयुक्त को प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले में प्राचार्य के शामिल होने की आशंका जताई गई है। प्राथमिक समिति द्वारा सौंपी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में संदेह के घेरे में आए प्रधानाध्यापक को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर आपराधिक कार्रवाई भी की जाएगी।
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