सूरत : पिता-परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने पर दानदाताओं ने दिखाई मानवता

सूरत : पिता-परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने पर दानदाताओं ने दिखाई मानवता

सोश्यल मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल कर गरीब मरीज की मदद की गयी

सोशल मीडिया पर की अपील के बाद 8 साल की बेटी को मिली मदद
सोशल मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल भी किसी की मदद कर सकता है ऐसा सूरत में एक मामला नजर आया है। जिसमें आठ साल की बेटी डेंगू निमोनिया से पीडि़त है और परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण पीडि़ता के इलाज के लिए सोश्यल मिडिया पर अपील की गई थी। मदद के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के बाद, गिनती के कुछ ही मिनटों के भीतर दानदाताओं ने सहायता की बौछार की। नतीजतन, परिवार के सदस्यों की चिंताओं को आंशिक रूप से कम कर दिया गया है।
सूरत में दर्ज मामले पर नजर डाली जाए तो वराछा के ठाकोर द्वार सोसायटी में रहने वाले विपुल जेतानी की आठ साल की बेटी पूर्वा जेतानी को डेंगू और निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गई। पिछले 10 दिनों से बीमार रहने के बाद पूर्वा की हालत गंभीर हो गई थी। बीमारी के बाद उन्हें इलाज के लिए मजुरा गेट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। और फिलहाल बेटी वेंटिलेटर पर है। पूर्वा के पिता विपुल जेतानी हीराउद्योग में शामिल, लेकिन उनकी बेटी के इलाज के लिए उनका वेतन पर्याप्त नहीं है और परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब है। एक जागरूक नागरिक महेश भुवा द्वारा सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया गया था। इस बीच अपनी बेटी का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से 20 घंटे में 2 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त किया गया। महेश भुव के अनुसार पिता और परिवार के पास अपनी बेटी के इलाज के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे और उन्होने सोशल मीडिया का इस्तेमाल उनकी मदद के लिए किया। अभी तक कई ऐसे जरूरतमंद परिवारों को सोशल मीडिया पर अपील के जरिए ही 2 करोड़ से 3 करोड़ रुपये तक की मदद मिल चुकी है।
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