
आश्चर्य : जानिये सांप के पेट से क्या-क्या निकला!
By Loktej
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पीएचडी स्कॉलर दो छात्रों ने प्लास्टिक की बोतलें, टेप निगलने वाले दो सांपों के विषय पर शोध पत्र तैयार किया
एक जुलाई से देश भर में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा समय समय पर प्लस्टिक के इस्तेमाल और प्लास्टिक से जुड़ी समस्याओं पर समय-समय पर सवाल उठते रहते हैं। इस बीच सूरत में प्लास्टिक के घातक प्रभाव का मामला सामने आया है। नर्मद विश्वविद्यालय के छात्रों ने सांप के पेट से प्लास्टिक की बोतलें और ऑडियो कैसेट टेप निकाले। पूरे अध्याय में जन जागरूकता के लिए छात्रों ने एक शोध पत्र तैयार किया है और यह शोध पत्र बासेल में प्रतिष्ठित फिलोमोडुसा जर्नल ऑफ हर्पेटोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
आपको बता दें कि पीएचडी स्कॉलर दो छात्रों ने प्लास्टिक की बोतलें, टेप निगलने वाले दो सांपों के विषय पर शोध पत्र तैयार किया है। पूरे शोध पत्र को बायोसाइंस में जूलॉजी के छात्र और माइक्रोबायोलॉजी के एक अन्य छात्र दीकांश परमार ने तैयार किया था। उन्हें दो सांप इंडियन रेट स्नेक यानी धामन और कॉमन ट्राइक्रेट स्नेक यानी रूपसुंदरी बीमार हालत में मिले। इनमें धम्मन के पेट से प्लास्टिक की बोतल और रूपसुंदरी के पेट से ऑडिटो कैसेट का लंबा टेप था। दोनों सांपों के पेट में कुछ मजबूत पदार्थ होने का अंदेशा था। इसके आधार पर जाँच करने पर धम्म के पेट से होम्योपैथिक दवा की 3 प्लास्टिक की बोतलें निकलीं।
इस बारे में दीकांश परमार ने कहा, "शायद सांप ने बोतल और टेप को निगल लिया था क्योंकि उसके चारों ओर चूहों की गंध आ रही थी।" प्लास्टिक सांप और अन्य वन्यजीवों, जानवरों और पक्षियों के लिए कितना घातक हो सकता है, इसकी जानकारी एक शोध पत्र में तैयार कर जर्नल में प्रकाशित की गई है।
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