सूरत : दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिए सक्षम सूरत महानगर का प्रेरणादायक आयोजन
संघर्ष, सेवा और सम्मान की अनूठी मिसाल बना कार्यक्रम, दिव्यांग प्रतिभाओं का हुआ अभिनंदन
दिव्यांगजनों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से कार्यरत राष्ट्रीय संगठन सक्षम (समदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल) द्वारा सूरत महानगर इकाई ने एक प्रेरणादायक आयोजन का सफलतापूर्वक संचालन किया। यह कार्यक्रम सूरत के पंचसरा भवन, पर्वत पाटिया में आयोजित हुआ, जिसमें दिव्यांगजनों के साथ उनके परिजन, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं एक दृष्टिबाधित बालिका द्वारा प्रेरणादायी प्रार्थना से हुआ। उपस्थित अतिथियों का पारंपरिक रूप से तिलक लगाकर और खेस पहनाकर स्वागत किया गया, वहीं दिव्यांगजनों को मंच पर आदर सहित स्थान दिया गया। इस अवसर पर दिव्यांग प्रतिभाओं ने मंच से अपने संघर्ष, अनुभव और सफलता की कहानियाँ साझा कीं, जिनसे उपस्थित जनसमूह भाव-विभोर हो उठा और सभी ने तालियों के साथ उनका उत्साहवर्धन किया।
सक्षम गुजरात प्रदेश के उपाध्यक्ष डॉ. प्रफुलभाई शिरोया ने कहा कि सक्षम संस्था सरकार और दिव्यांगजनों के बीच एक मजबूत सेतु बनकर उनके हक़ और अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य कर रही है। वहीं, प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. संजय शाह ने संस्था से जुड़ने से प्राप्त हुए लाभों की जानकारी साझा की।
सक्षम सूरत महानगर अध्यक्ष सुखदेवजी ने सभी का स्वागत किया और सचिव मुकेशभाई रावल ने संस्था द्वारा चलाए जा रहे शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक सहयोग जैसे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने दक्षिण गुजरात में संस्था को और अधिक सक्रिय बनाने की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान उद्योगपति एवं समाजसेवी श्यामजी राठी और कैलाशजी हाकीम ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर संस्था को हरसंभव सहयोग देने का संकल्प लिया। मंच पर अन्य पदाधिकारियों जैसे मनहरभाई, दिनेशभाई जोगानी, भावेशभाई वाघाणी आदि ने भी अपने विचार रखे।
इस आयोजन में विशेष दिव्यांग प्रतिभाओं का सार्वजनिक सम्मान भी किया गया। धर्म करम मंडल एवं शक्ति भक्ति मंडल के सहयोग से सभी उपस्थितजनों के लिए भोजन प्रसाद की सुंदर व्यवस्था की गई, जिसमें सभी को भारतीय परंपरा अनुसार आसन पर बैठाकर भोजन कराया गया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन विक्रम सिंह द्वारा किया गया। आयोजन को सफल बनाने में सक्षम सूरत महानगर के सभी सदस्यों और स्वयंसेवकों ने समर्पण और ऊर्जा से कार्य किया, जिससे यह आयोजन समाज के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण बन गया।