सूरत : अग्निपथ योजना का कांग्रेस ने किया जोरदार विरोध, रैली में पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मारपीट

सूरत : अग्निपथ योजना का कांग्रेस ने किया जोरदार विरोध, रैली में पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मारपीट

रैली का आयोजन बिना पुलिस की अनुमति से किया गया था , कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी

कांग्रेस का आरोप है कि प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा
अग्निपथ योजना का सूरत में यूथ कांग्रेस ने विरोध किया था। सूरत के अठवागेट में युवा कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रैली की। उधर, कलेक्टर कार्यालय के पास पुलिस के काफिले पर पथराव किया गया। मामला तब गरमा गया जब कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भारी संख्या में मौजूद युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया, पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की है।
केन्द्र सरकार द्वारा घोषित अग्निपथ के विरोध में 27-06-2022 को सूरत शहर जिला कांग्रेस समिति द्वारा एमटीबी कॉलेज से कलेक्टर कार्यालय तक पदयात्रा निकालकर जिला कलेक्टर कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस  विरोध कार्यक्रम में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी  बीएम संदीप, सूरत शहर पूर्व उपाध्यक्ष हरीशभाई सूर्यवंशी, अशोक पिंपले, सुनाल शेख, रोशन मिश्रा, शशि दुबे, जयेश देसाई-सचिन, जिग्नेश मिश्रा, गोपाल पाटिल, अशोक, चंदू सोजित्रा, अशोक अढेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सूरत शहर कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष हरीश सूर्यवंशी ने विरोध प्रदर्शन कि जानकारी देते हुए कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस ने आज सूरत कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। विरोध का मुख्य बिन्दु इस प्रकार है। अग्निपथ योजना के नाम पर केन्द्र सरकार देश को गुमराह करना बंद करें। अक्टूबर 2020 जनरल बिपिन रावत (सीडीएस) ने एक साक्षात्कार में कहा कि सेना में एक सैनिक की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाई जानी चाहिए, उन्होंने कहा कि सैनिकों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष के समान होनी चाहिए। 27 साल की नौकरी की जगह सिर्फ 4 साल की नौकरी? अग्निपथ योजना लागु करने से पहले संसद में बहस क्यों नहीं? रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने के लिए जनरल वीके सिंह खुद कोर्ट गए थे। घोषणा से पहले इस योजना पर पूरी तरह से विचार क्यों नहीं किया गया? इसे शुरू करने से पहले हमेशा की तरह पायलट प्रोजेक्ट क्यों नहीं? तीनों सेनाओं के प्रमुख इस निर्णय में शामिल क्यों नहीं थे? क्या एनएसए एक सुपर सीडीएस है? क्या उन्हें सशस्त्र बलों की सूक्ष्मताओं का ज्ञान है? क्या इसे रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति को भेजा गया था? यह बात सूरत शहर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष  हरीशभाई सूर्यवंशी ने कही।
युवा कांग्रेस ने देश के युवाओं के समर्थन में प्रदर्शन का हवाला देते हुए केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग की है। कुछ देर के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हाथापाई शुरू हो गई और अंततः युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य नेताओं को भी हिरासत में ले लिया। 
कांग्रेस प्रवक्ता किरण रायका ने कहा कि केंद्र सरकार केवल युवाओं के समर्थन की बात कर रही है। लेकिन सरकार लगातार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है। एक तरफ देश का युवा बेरोजगारी से जूझ रहा है। यह खेल अब देश की सेना के साथ खेला जा रहा है। सेना में भर्ती के केवल चार साल। यह प्रक्रिया देश के युवाओं के भविष्य पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करेगी। अगर सरकार सिर्फ 25 फीसदी लोगों को ही नौकरी पर रखेगी तो बाकी 75 फीसदी युवाओं की जिंदगी खत्म हो जाएगी। ऐसे में केंद्र सरकार को सेना में युवाओं की भर्ती प्रक्रिया पहले की तरह जारी रखनी चाहिए।
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