सूरत : चतुर्मास के अवसर दो हजार से ज्यादा जैन मुनियों से पावन होगा अपना शहर

सूरत : चतुर्मास के अवसर दो हजार से ज्यादा जैन मुनियों से पावन होगा अपना शहर

जैन समुदाय में अतिमहत्वपूर्ण चातुर्मास 12 जुलाई से शुरू होगा। जिसके मद्देनजर समुदाय में  हलचल शुरू हो गई है। आद्रा नक्षत्र के साथ ही सूरत शहर के जैन संघों और उपश्रयों में चातुर्मास की तैयारी शुरू हो गई है. शहर की कई संघों और चौकियों में अगले सप्ताह से चार माह का दाखिले का दौर शुरू होगा। इसके लिए बड़ी संख्या में गुरु भगवान सूरत पहुंचे हैं। जानकारी के अनुसार इस चातुर्मास के दौरान इस साल करीब 2 हजार साधु-संन्यासी सूरत में बसेंगे।
गौरतलब है कि 22 जून को आद्रा नक्षत्र के उद्घाटन के साथ ही आम के त्याग के साथ ही जैन समाज में विभिन्न धार्मिक गतिविधियां, पूजा-अर्चना और मेहराब शुरू हो गए थे. जबकि अब 12 जुलाई को चौमासी चौदस की कागजी कार्रवाई का इंतजार है. 12 जुलाई से चातुर्मास शुरू होगा। जिसके बाद से अब से संघों और उपश्रमों में गुरुओं के स्वागत की तैयारी की जा रही है। जैन प्रवर्तक अजीत मेहता के अनुसार इस वर्ष चातुर्मास के दौरान 4,000 साधु और साध्वी देवता सूरत में विभिन्न संघों और उपश्रमों में बसेंगे। सूरत में वर्तमान में 150 से अधिक जैन संघ और 250 से अधिक उपश्रम हैं। इन संघों और उपश्रयों में गच्चाधिपति, आचार्य मुनि, साध्वी भगवंतो चातुर्मास के दौरान स्थिरता स्थापित करेंगे। आषाढ़ सूद इकाई से नॉम तक काफी हद तक संघों और उपश्रयों में चातुर्मास की शुरुआत की जाएगी। 
इस समय के दौरान सुबह-शाम प्रतिक्रमण, संध्या चौविहार करेंगे। उपासनाओं में जप, धर्म ज्ञान कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। गुरु भगवंत की उपस्थिति से व्याख्यान सहित कई कार्यक्रम होंगे। चातुर्मास के प्रवेश के बाद सूरत में कई साधु-संन्यासी पहुंचे हैं। विभिन्न संघ, उपश्रय में स्थिरीकरण के बाद मांगलिक द्वारा निर्धारित दिन पर चातुर्मास का प्रवेश होगा।
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