सूरत : स्मीमेर रैगिंग मामले में जांच समिति ने पाया कि वादी जूनी. डॉक्टर की लापरवाही पाई गई
By Loktej
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जूनियर डॉक्टर ने की थी शिकायत, मेडिसिन विभाग के 4 सीनियर्स को रैगिंग मामले में क्लीनचिट रिपोर्ट
जांच के दौरान वादी ने अहमदाबाद कि अस्पताल में तबालदला ले लिया
स्मीमेयर के चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा प्रथम वर्ष के रेजिडेंट डॉक्टर पर रैगिंग की शिकायत में नाटकीय मोड़ आया है। जूनीयर ने खुद रैगिंग की शिकायत की थी। जांच कमेटी ने डॉक्टर की ड्यूटी में लापरवाही का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट सौंप दी है। जिन रेजिडेंट डॉक्टरों पर आरोप लगाए गए हैं, उन सभी को क्लीन चिट दे दी गई है। पता चला है कि वादी, एक जूनियर डॉक्टर, को स्मीमेर से जल्दबाजी मेंअहमदाबाद स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने आगे कहा कि चिकित्सा विभाग के प्रमुख ने माफी का पत्र लिखा था और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव डाला था। इसलिए जांच कमेटी बनाई गई। जांच समिति ने रिपोर्ट में पाया कि शिकायतकर्ता, एक जूनियर डॉक्टर, शिक्षकों और साथी निवासियों द्वारा सौंपे गए दिन-प्रतिदिन के काम को करने से इनकार करते हुए, काम के लिए अक्षम दिखा रहा था और एक साथी कर्मचारी के साथ गलत व्यवहार कर रहा था।
जिसका मरीजों के इलाज पर सीधा असर पड़े। मरीज के इलाज के लिए जरूरी निर्देश देने तक में हर कोई झिझक रहा है। यदि कर्तव्य के प्रति समर्पण की कमी है, तो इसे किसी भी परिस्थिति में नगर पालिका के प्रशासन के साथ-साथ जन स्वास्थ्य के हित में नहीं किया जा सकता है । सूरत स्मीमेर अस्पताल के मेडिसिन विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के सामने प्रथम वर्ष के जूनियर डॉक्टर के साथ रैगिंग का मामला सामने आया था, जिसे उस समय बर्खास्त कर दिया गया था। इसलिए स्थायी समिति ने जांच के आदेश दिए। जांच कमेटी के पास क्लीन चिट रिपोर्ट है तो जांच पर सवाल खड़े हो गए हैं।
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