सूरत : लिंबायत में स्लम बस्तियों में लाईनदोरी में असरग्रस्त 140 परिवारों के लिए वैकल्पिक आवास की मांग

सूरत :  लिंबायत में स्लम बस्तियों में लाईनदोरी में असरग्रस्त 140 परिवारों के लिए वैकल्पिक आवास की मांग

वैक्लपीक आवासों को आवंटित होने के बाद ही भवन को गिराने की मांग की गयी

प्रभावित लोगों ने नगर निगम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया
सूरत के लिंबायत अंचल में अनवरनगर स्लम बस्ती में नई लाइन बिछाई गई है। जिससे नई लाइन में आने वाले 140 प्रभावित गरीब कामकाजी परिवारों के घरों का डिमोलिशन किया जाएंगे। इसलिए इन परिवारों ने वैकल्पिक आवास आवंटित करने का प्रस्ताव रखा है। नया भवन आवंटित होने के बाद ही बस्ती को तोडने की मांग के साथ मनपा आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। 
लिंबायत झोन के अनवरनगर में वर्ष 1984-85 में  मौजूदा रिंग रोड और सिविल 4 रोड से पांडेसरा-बमरोली रोड के विकास के लिए वैकल्पिक आवास व्यवस्था के तहत सूरत नगर निगम द्वारा प्रभावित परिवार को रिंग रोड से टी.पी. 6 अंजना में प्लॉट आवंटित किए गए। अनवरनगर कॉलोनी सूरत नगर निगम द्वारा स्थापित एक बस्ती है। अनवरनगर में रहने वाले 140 परिवारों को वैकल्पिक आवास आवंटन के बाद ही तोड़फोड़ कार्य शुरू करने की मांग की जा रही है।
कांग्रेस के पूर्व पार्षद असलम सायकलवाला ने कहा कि सूरत नगर निगम द्वारा झुग्गी बस्तियों को स्थानांतरित कर दिया गया है और प्रभावित परिवारों को भूखंड आवंटित कर दिए गए हैं। समय-समय पर सूरत नगर निगम ने शहर के विकास के लिए पिछले 20 वर्षों से झुग्गीवासियों को ईडब्ल्यूएस आवास आवंटित किया जा रहा है। जिसमें कोसाड, भेस्तान, वडोद आदि में ईडब्ल्यूएस. आवास मुख्य है । सूरत नगर निगम द्वारा वर्तमान में वैकल्पिक आवास की व्यवस्था किए बिना हमारे साथ ऐसा भेदभावपूर्ण अन्याय क्यों किया जा रहा है?  हम यह नहीं समझ पा रहे हैं। अनवर नगर बस्ती में रहनेवाले लोगों को पहले वैक्लपीक आवासों का आवंटन किया जाए उसके बाद उस बस्ती से लोगों का स्थानांतरण किया जाए। यह मांग आज बस्ती के प्रभावित लोगों ने मनपा मुख्यालय में आकर मनपा आयुक्त को ज्ञापन देकर कही। 
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