सूरत : सिर्फ साथ में फोटो होना प्रेम संबंध का सबूत नहीं, फेनिल के वीडियो में कहीं भी प्रेम नहीं दिख रहा : कोर्ट

सूरत : सिर्फ साथ में फोटो होना प्रेम संबंध का सबूत नहीं, फेनिल के वीडियो में कहीं भी प्रेम नहीं दिख रहा : कोर्ट

ग्रीष्मा की हत्या का वीडियो देखना कोर्ट के लिए मुश्किल था, लेकिन न्याय के लिए कोर्ट इसे 35 बार देख फेनिल को माना आरोपी

ग्रीष्मा वेकारिया हत्याकांड में 21 अप्रैल को कोर्ट ने आरोपी फेनिल गोयानी को दोषी करार दिया। फेनिल को दोषी ठहराने से पहले अदालत ने ग्रीष्मा की हत्या का वीडियो 35 बार देखा। अदालत ने कहा कि वीडियो में कहीं भी ऐसा नहीं लगता कि दोनों के बीच प्यार है। सिर्फ दोनों के साथ फोटोज होने का मतलब यह नहीं है कि उनका प्रेम प्रसंग है। साथ ही कोर्ट ने बचाव पक्ष की इस दलील को खारिज कर दिया कि ग्रीष्मा और फेनिल के बीच प्रेम संबंध था और ग्रीष्मा के जाने पर दुखी प्रेमी फेनिल ने उसकी हत्या कर दी थी।
बता दें कि फैसले के दिन फेनिल को सुबह कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने फेनिल को ग्रीष्मा वेकारिया हत्याकांड में दोषी पाया था। अदालत ने कहा कि डिजिटल साक्ष्य ने प्रतिवादी के अपराध को साबित कर दिया। ग्रीष्मा की हत्या का वीडियो देखना कोर्ट के लिए मुश्किल था, लेकिन न्याय के लिए कोर्ट इसे 35 बार देख चुका है। व्यक्ति झूठ बोलता है लेकिन सबूत नहीं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी की मानसिकता क्रूर थी। प्यार जैसी कोई चीज नहीं होती।
अदालत ने आगे कहा कि वीडियो शूटर फेनिल या ग्रीष्मा को नहीं जानता था, लेकिन यह स्वाभाविक था कि न्याय किया जाना चाहिए। इसलिए वीडियो को अनजाने में बनाया गया है। जो इस मामले में सबसे अहम सबूत साबित हुआ है। इसके अलावा, बचाव पक्ष का तर्क है कि फेनिल और ग्रीष्मा के बीच प्रेम संबंध था। फेनिल को नाराज प्रेमी के रूप में पेश किया गया, लेकिन कोर्ट ने दोनों की तस्वीरें देखी हैं। सिर्फ इसलिए कि फोटो का मतलब यह नहीं है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध है।
इस तरह कोर्ट ने ग्रीष्मा के चरित्र पर उठे सवालों पर भी विराम लगा दिया। ग्रीष्मा के मारे जाने के बाद से उसके चरित्र पर उंगलियां उठाई गई हैं, जो उसके परिवार के लिए काफी चिंता का विषय था। आज के कोर्ट नोट के बाद, ग्रीष्मा की आत्मा को शांति मिलेगी जबकि परिवार के सदस्यों के दिमाग पर बोझ कम होने से उनका दुःख कुछ कम होगा। वहीं हत्या जैसे संगीन अपराध में मृत बेटी के चरित्र पर कीचड़ उछालने वाले समाज की भी अदालत ने आंखें खोल दी हैं। भीड़भाड़ वाले कोर्ट रूम में सुबह से ही तनाव था। जब हर कोई फेनेल और अदालत को ही देख रहा था, अदालत ने फेनेल को दोषी पाया और पूछा, "क्यों न आपको मौत की सजा दी जाए?" कोर्ट ने फेनेल से पूछा, "निहत्थे युवती की क्रूर तरीके से हत्या की गई थी। अपराध की गंभीरता को देखते हुए फेनिल को उम्रकैद या मौत की सजा दिए जाने की संभावना पर चर्चा हो रही है।
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