सूरत : सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज पर एक साईट के पांचों गर्डर लगाए, 50 प्रतिशत काम हुआ पुरा

सूरत : सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज पर एक साईट के पांचों गर्डर लगाए,  50 प्रतिशत काम हुआ पुरा

सहारा दरवाजा जंक्शन पर ब्रिज के निर्माण से यातायात की समस्या का निराकरण होगा, टेक्सटाईल मार्केटों की रौनक भी बढेगी

५० प्रतिशत काम पुरा हुआ, बाकी आधा काम बुधवार को , दुसरी साईट के पांच में से चार गर्डर चढ़ाए जायेगे
सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज के लिए रेलवे विभाग की ओर से चार दिन के लिए हर रोज दो-दो घंटे का ब्लॉक दिया गया है। सोमवार को दो घंटे के ब्लोक में चार गर्डर चढाए जाने के बाद मंगलवार को एक गर्डर चढ़ाने के एक साईट के पांचों गर्डरों कि फिट‌िंग का कम किया गया। बुधवार और गुरूवार को दुसरी साईट के और पांच गर्डर चढाए जायेगे।   
सूरत शहर में सबसे अधिक यातायात समस्या के निराकरण हेतू सहारा दरवाजा पर नगर निगम द्वारा मल्टीलेयर रेलवे फ्लाय ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। इस ब्रिज के पुर्ण होने से यातायात समस्या के संचालन में आसानी होगी। रेलवे पुलिया नंबर 445 सूरत के सहारा दरवाजा जंक्शन पर रेलवे  फ्लाईओवर ब्रिज का काम अंतिम चरण में है। 
सूरत महानगरपालिका के एडिशनस सिटी इंजिनियर अक्षय पंडया और ब्रिज विभाग के इंजिनियर अमित देसाई ने जानकारी देते हुए कहा कि सोमवार और मंगलवार को सफलतापुर्वक एक साईट के पांचों गर्डर रेलवे ब्लोक के समय के दौरान चढाए गए। बुधवार और गुरूवार को दुसरी साईट के पांच गर्डर चढ़ाने के साथ ब्रिज का काम जल्द से जल्द पुरा करने का प्रयास किया जायेगा। 
सूरत महानगरपालिका पश्चिम रेलवे से गर्डर चढ़ाने के लिए ब्लोक की मांग की थी। काफी इंतजार के बाद 4 से 7 अप्रैल तक चार दिन हररोज दो- दो घंटे का सूरत से उधना रेलवे स्टेशन के बिच ब्लोक जारी किया। आरओबी के लिए लगातार चार दिनों में 40 मीटर चौड़ाई के 10 गर्डर रेलवे ट्रैक के शीर्ष पर लगाए जाएंगे। पूरा ऑपरेशन रेलवे सिस्टम और रेलवे पीएमसी की देखरेख में किया जाएगा। 
सहारा दरवाजा जंक्शन-सहारा दरवाजा रेलवे पुलिया नं 445 पर रेलवे ओवरब्रिज के लिए रेलवे ट्रैक के उपर गर्डर लगाने के उद्देश्य से लगातार अभ्यावेदन के बाद रेलवे सिस्टम द्वारा  2 घंटे का ब्लॉक दिया गया है। सोमवार से गुरुवार तक रेल व्यवस्था की मंजूरी के तहत मनपा को दोपहर 2.50 बजे से शाम 4.50 बजे तक दो घंटे के लिए ब्लॉक दिया गया है। सोमवार और मंगलवार को 5 गर्डर लगाए गए। प्रत्येक गर्डर का वजन करीब 30 टन है इसके लिए आवश्यक क्रेन-गर्डर सहित साइट पर व्यवस्था की गई। मंगलवार को ब्लोक के समय के दौरान और एक गर्डर लगाने के साथ एक लेन के पांचों गर्डरों का सही तरीके से ब्रसिंग और फिट‌िंग का काम किया गया। दुसरी लेन के पांच गर्डरों को बुधवार और गुरूवार के ब्लोक के समय दौरान चडाया जायेगा। 
Tags: