सूरत : अभयम ने तलाक के कगार पर खड़े दंपति को सफलतापूर्वक परामर्श देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

सूरत : अभयम ने तलाक के कगार पर खड़े दंपति को सफलतापूर्वक परामर्श देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

दंपति के तलाक के निर्णय में समाधान कराकर अभयम ने परिवार टूटने से बचाया

 पति की प्रताड़ना के कारण तलाक लेना चाहती विवाहिता को योग्य मार्गदर्शन देकर अभयम 181 महिला हेल्पलाइन ने पारिवारिक विवाद के कारण तलाक के कगार पर खड़े दंपति को सफलतापूर्वक परामर्श देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी डेढ़ साल की शादी को बचाने में सराहनीय भूमिका निभाई। कतारगाम अभयम टीम ने पत्नी, पति और सास-ससुर के परिवार को  बिखरने से बचा लिया। हालांकि पति के उत्पीड़न के कारण विवाहिता तलाक लेना चाहती थी।
सूरत की रीमा और सुकेश (बदले हुए नाम) की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी। उनकी पांच माह की एक बेटी भी है। पिछले कुछ महीनों से रीमा की सास एवं पति  घर की छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान करते थे। सास के काम भरने से सुकेश रीमा को अपशब्द कहता, हाथ उठाता और गाली देता था। आखिरकार, रीमा ने परेशान होकर तलाक का फैसला किया और मदद के लिए 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल किया।
कतारगाम अभयम की टीम मौके पर पहुंची और दंपति और सास-ससुर की काउंसलिंग की। टीम ने एक सफल शादी का उदाहरण दिया और सुकेश को माँ और पत्नी दोनों की बराबर देखभाल करने की समझ दी। जब कोई समस्या आती है, तो मां और पत्नी दोनों पक्षों को सुनने के बाद निर्णय लेने के लिए कहा। अंत में पति सुकेश ने अपनी गलती का एहसास करते हुए कहा कि वह अब से अपनी पत्नी का ख्याल रखेगा और उसकी उम्मीदों और सम्मान का भी ख्याल रखेगा एवं  प्यार से रखेगा। इस प्रकार, अभयम के प्रभावी हस्तक्षेप ने परिवार में दरार को रोक दिया और वे परिवार के प्रत्येक सदस्य के साथ एक खुशहाल समझौते के साथ रहने के लिए सहमत हो गए।
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