सूरत : स्मीमेर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर दौडाने वाले चार सिनियर चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

सूरत :  स्मीमेर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर दौडाने वाले चार  सिनियर  चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

ज्युनियर चिकित्सक को सिनियर चिकित्सकों ने एक वोर्ड से दुसरे वोर्ड में दौडाकर रेगिंग की थी, स्मीमेर अस्पताल मे चिकित्सक के रेगिंग का वायरल हुआ था विडियो

रेगिंग मामले में चार चिकित्सकों को 60 दिन के लिए निलंबित किया
स्मीमेर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर को तब तक सीनियर्स ने दौड़ाया जब तक कि वह थक नहीं गया। इस मामले में नियुक्त कमेटी की जांच में रेजिडेंट डॉक्टरों के कदाचार के खिलाफ कार्रवाई की गई। रेगिंग में शामिल चार सिनियर डॉक्टर्स को 60 दिनों के लिए निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
सूरत नगर निगम द्वारा संचालित स्मीमेर अस्पताल के अंदर हड्डी रोग विभाग के एक जूनियर डॉक्टर को सिनियरों ने एक वोर्ड से दुसरे वोर्ड में दौडाकर रैगिंग किया। वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा जूनियर डॉक्टरों के उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया गया था। अभ्यास का हिस्सा नहीं होने के बावजूद जूनियर डॉक्टरों को दोडाया गया।
एक जूनियर डॉक्टर ने स्मीमेर अस्पताल के डीन के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ डॉक्टरों के पास शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद मामले की जांच के लिए नियुक्त हुई कमेटी ने रिपोर्ट पेश कीया। जांच रिपोर्ट में कमेटी ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टरों से रेगिंग मामले में वरिष्ठ डॉक्टरों की गलती थी। जिसके आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। चार डॉक्टरों को साठ दिन के लिए निलंबित करने का फैसला किया गया है। स्मीमेर अस्पताल के डीन डॉ. दीपक हॉवेल ने जांच कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी में पांच विभागों के प्रमुखों का समावेश किया गया था। फॉरेंसिक मेडिसिन, एनाटोमिकल डिपार्टमेंट, रेडियोलॉजी, साइकियाट्रिक और सर्जरी विभाग के प्रमुख पूरे चैप्टर की जांच कि। आज सुबह सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक विस्तारित बैठक भी हुई। 
उन्होंने मामले में शामिल डॉक्टरों और घटना को देखने वाले कर्मचारियों से भी बात की। जिस तरह से जूनियरों को अस्पताल में दौडाया गया है। यह कभी भी किसी भी तरह के प्रशिक्षण का हिस्सा नहीं होता है। उनके साथ रैगिंग के उद्देश्य से उन्हें प्रताड़ित करने की मानसिकता के साथ सजा के भाग के रूप में उनको दौडाया गया जो गलत है। हम गहन जांच कर रहे हैं। जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें जूनियर डॉक्टर के साथ बदसलूकी साबित हुई है। इस पूरी घटना का मोबाइल वीडियो भी वायरल हो गया। जिसके आधार पर उस समय मौजूद सभी लोगों की दोबारा जांच कर उनके बयान लिए गए। उसके बाद जांच कमेटी ने इस प्रकार का कडा निर्णय लिया है।
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