सूरत में लापता हुई 3 साल की मासूम बेटी को पुलिस ने 2 घंटे में ढूंढ़कर परिजनों को सौंपा

सूरत में लापता हुई 3 साल की मासूम बेटी को पुलिस ने 2 घंटे में ढूंढ़कर परिजनों को सौंपा

शहर के लिंबायत क्षेत्र में तीन साल की मासूम बच्ची गुम हो जाने पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मात्र तीन घंटों में ढुंढ निकाला

बच्ची आंगण में खेलते-खेलते लापता हुए, परिवार ने पुलिस की मदद ली
सूरत शहर में छोटे बच्चों के लापता होने सहित शिकायतों में पुलिस ने गंभीरता दिखाती है। जन्म दिन पर लिंबायत इलाके से लापता हुई तीन साल की मासूम बेटी को पुलिस ने घंटों में ढूंढ़ कर उसकी मां को सौंपने पर परिवार ने राहत की सांस ली है। पुलिस के लिए घर से डेढ़ किलोमीटर दूर एक दुकानदार की सीढ़ियों पर बैठी बच्ची को ढूंढना आसान रहा।  लिंबायत पुलिस को जैसे ही लड़की के लापता होने की शिकायत मिली, उन्होंने 5 अलग-अलग टीमों का गठन किया और करीब 30 सीसीटीवी की मदद से दो घंटे के भीतर लड़की को ढूंढ निकाला। 
लिंबायत थाने के पीआई वी.ए. जोगराना ने कहा शनिवार सुबह रोशनी मोहम्मद मुस्तकी खान (मां) ने शिकायत की थी कि वह कुछ दिन पहले लखनऊ यूपी से सूरत मयके में  एकलौती मासूम बेटी के साथ आयी थी। 3 साल की बेटी घर के सामने आंगण में खेलने के लिए गई और अचानक गुम हो गयी। मेरी मासूम बच्ची को ढूंढ निकालों ऐसी बात महिला ने पुलिस से कही। पुलिस को मासूम के लापता होने का पता चला तो उन्होंने गंभीर जांच शुरू की। तुरंत 5 अलग-अलग टीमें बनाईं और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चारों दिशाओं में खोजबीन शुरू की। बहुत ही कम समय में यानी महज दो घंटे में मासूम मिल गई और अपनी मां से मिल गई। 
मजदूर वर्ग के परिवार की बेटी खेलते-खेलते घर से डेढ़ किलोमीटर दूर मदीना मस्जीद पहुंच गई। जहां एक दुकान की सीढ़ियों पर बैठ गयी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, पुलिस को सूचना मिली थी कि दुकान के बाहर एक लड़की बैठी है। पुलिस ने फौरन दौड़कर  लड़की को अपने पास ले लिया। इसके बाद परिवार के पास ले जाया गया। आज मासूम का जन्मदिन था। परी को घर लौटते देखा तो पूरा परिवार की आंखे आंसुओं से भर गयी। इमोशनल सीन क्रिएट हो गए। परिजनों ने दोनों हाथों से पुलिस का शुक्रिया अदा किया।
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