सूरत : ज्वैलर्स के साथ ठगी करने दिल्ली से प्लेन में आनेवाला ठग गिरफ्तार

सूरत :  ज्वैलर्स के साथ ठगी करने दिल्ली से प्लेन में आनेवाला ठग गिरफ्तार

सूरत के ज्वैलर्स ने पुलिस से संपर्क करने के बाद महाठग को क्राईम ब्रान्च ने गिरफ्तार किया

10 दिन पहले जयपुर जेल से छूटाने के बाद फिर ठगी करने निकला था
सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने सूरत रेलवे स्टेशन से 'राजस्थान पाली विधायक के यहां से बोल रहा हूं' कहकर सूरत के ज्वैलर्स  मालिक को ठगने आए एक शख्स को दबोचा। सूरत- राजस्थान में धोखाधड़ी के 60 से अधिक मामलों में शामिल आरोपियों को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। परिचितों के नाम पर व्यापारियों को फोन करने वाला महाठगबाज 10 दिन पहले ही जयपुर जेल से छूटा था। पता चला है कि ठग सुरेश उर्फ ​​भैरिया भवरलाल घांची गूगल से नाम और नंबर लेकर ठगी करने की योजना बना रहा है। ठग दिल्ली से सूरत विमान से धोखाधड़ी करने आया था। 
अपराध शाखा ने कहा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने सूरत के जौहरी दीपकभाई चोकसी को फोन किया और कहा, मैं  विधायक पाली (राजस्थान) से बोल रहा हूं। हम परिवार के साथ सूरत आए हुए हैं और सूरत से ज्यादा मात्रा में सोने के आभूषण ख़रीदने है, हमने हमारे तरीके से ऑनलाइन सर्च किया तो आपका नाम मिला है ऐसा कहकर आभूषण खरीदने के बारे में बात कि। 
फिर उसने दूसरी बार फोन किया और कहा कि हमारे रिश्तेदार को अहमदाबाद में अस्पताल के काम के लिए पांच लाख रुपये चाहिए। तो आप भेज दीजिए।  हम शाम को आपका हिसाब गहनों की खरीदी के साथ कर देंगे। अगर आपको कोई रेफरेंस चाहिए तो मैं दे दूंगा। 
इतना सुनते ही दीपकभाई को शक हो गया। इसलिए उन्होंने पुलिस आयुक्त से संपर्क किया और सभी तथ्य बताए। पुलिस कमिश्नर अजय तोमर ने तुरंत दीपकभाई से संपर्क कर मामले की जानकारी क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को दी। क्राइम ब्रांच ने वर्क आउट किया और आरोपी के मोबाइल नंबर के आधार पर टेक्निकल सर्विलांस के जरिए टीम वर्क के कुछ घंटों के अंदर ही सूरत रेलवे स्टेशन से आरोपी को पकड़ लिया गया। जांच में आरोपी का नाम सुरेश उर्फ ​​भेरिया भवरलाल घांची (उम्र. 33 बिजनेस ड्राइविंग) निवास घर नं. 24 रामदेव रोड, पाली जी-पाली राजस्थान का रहने वाला निकला। इतना ही नहीं उसने राजस्थान में करीब 60 अपराध करने की बात भी कबूल किया। 
आरोपी सुरेश उर्फ ​​भैरिया भंवरलाल घांची पिछले दस साल से ठगी करता पाया गया है। वह पहले गूगल से राजस्थान के दिग्गजों का नंबर लेकर राजस्थान के अलग-अलग शहरों में जाता था और वहां के व्यापारियों के फोन नंबर लेता था और उन्हें पहले दिग्गज के नाम से फोन करके संबोधन करता था। खरीदी करने का झांसा देता था उसके बाद संबंधी को अर्जन्ट रूपयों की जरूर होने से देने के लिए कहता था। शाम को खरीदी के बील के साथ जोड देने की बात कहकर ठगी करता था। दस दिन पुर्व ही जयपुर जेल से छुटने के बाद बस से पाली होकर दिल्ली गया और दिल्ली से प्लेन में सूरत आकर ज्वैलर्स के साथ ठगी का प्लान बनाया था। 
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