सूरत : सचीन की कलरटेक्स इंडस्ट्रीज में ऑफसाइट इमरजेंसी मॉकड्रिल आयोजित

सूरत : सचीन की कलरटेक्स इंडस्ट्रीज में ऑफसाइट इमरजेंसी मॉकड्रिल आयोजित

सूरत कलेक्टर की अगुवाई में सचीन स्थित कलरटेक्स मील में मोकड्रील का सफल आयोजन किया गया

एथिलीन ऑक्साइड गैस रिसाव से लगी आग पर एक घंटे में  काबू पाया गया
सूरत जिला संकट समूह, स्थानीय संकट समूह और कलरटेक्स इंडस्ट्रीज ने संयुक्त रूप से सचीन स्थित कलरटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड में टैंकर से एथिलीन ऑक्साइड का रिसाव होने से लगी आग पर काबु पाने के लिए ऑफसाइट इमरजेंसी मॉकड्रिल आयोजित
की थी। सुबह 11.00 बजे गैस लीक होने की स्थिति में बचाव दल ने मात्र 1 घंटे में गैस लीकेज को रोककर आग पर काबू पाया। बचाव अभियान के दौरान कंपनी के चार घायल कर्मियों को इलाज के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। औद्योगिक इकाइयों में आग, दुर्घटना, गैस रिसाव आदी दुर्घटनाओं के समय एहतियाती उपाय करने और आपातकालीन सेवाओं में शामिल कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के इरादे से एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी। 
मॉक ड्रिल के अनुसार सचिन की कलरटेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड की यूनिट-01, गेट नं. 02 निकट पार्किंग एरिया में खड़े ट्रक के टैंकर से इथिलीन ऑक्साइड का रिसाव हो रहा था। कंपनी का फायर व मेंटेनेंस टीम की ओर से लीकेज रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन लीकेज बढ़ गया और अचानक आग लग गई। आग काबु में नही आने पर सुबह 11:15 बजे पहला स्थानीय संकट ग्रुप- (लोकल क्राईसीस ग्रुप )सूरत सिटी को सूचित किया गया। आस-पास की फैक्ट्रियों से भी मदद ली गयी। स्थानीय संकट समूह - सूरत शहर के अध्यक्ष एवं प्रांत अधिकारी जी.वी. मियांनी और सदस्य मौके पर पहुंचे जहां कंट्रोल रूम बनाया गया था।
काफी कोशिशों के बाद भी सुबह साढ़े 11.30 बजे आग पर काबू नहीं पाया जा सका आपदा नियंत्रण कक्ष एवं जिला आपदा समूह अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर आयुष ओक को सूचित किया गया। सूचना मिलने पर जिला संकट समूह के सदस्य, पुलिस, फायर ब्रिगेड, एसएमसी और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस द्वारा नेशनल हाईवे बंद कर यातायात नियंत्रित किया गया। एसएमसी की दमकल टीम ने आसपास के इलाके में स्प्रे का छिड़काव किया गैस का प्रसार रोक दिया गया था।
मॉक ड्रिल में 4 मजदूर घायल हो गए जिसमें से 1 मजदूर को कलरटेक्स के व्यावसायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया, और एक अन्य मजदूर की हालत गंभीर होने पर इलाज के लिए सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। नविन  फ्लोरीन और सचिन अधिसूचित एरिया और एसएमसी फायर ब्रिगेड की मदद से आखिरकार सुबह 11:50 बजे आग पर काबू पाया जा सका। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नजर आ रही थी और 12:05 बजे सायरन बजाया गया और आपातकाल समाप्त घोषित कर दिया गया।
इस मॉक ड्रिल में जिला विकास अधिकारी  डी.एस. गढ़वी, नगर प्रान्त अधिकारी जी.वी. मियानी, ओलपाड प्रांत अधिकारी,  सी.के. उघाड, औद्योगिक सुरक्षा-सूरत कार्यवाहक निदेशक यू.जे. रावल, एनडीआरएफ, पुलिस, अग्नि, स्वास्थ्य, आरटीओ, जीपीसीबी कलरटेक्स लीमीटेड के कर्मचारी और आसपास के कारखाने के कर्मचारी शामिल हुए।
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