सूरत : हताश युवक ने डॉक्टर से कहा, 'इंजेक्शन देकर मार दो!', इलाज शुरू किया फिर बोला,'डॉक्टर, मुझे बचा लो!'

सूरत : हताश युवक ने डॉक्टर से कहा, 'इंजेक्शन देकर मार दो!', इलाज शुरू किया फिर बोला,'डॉक्टर, मुझे बचा लो!'

आर्थिक परेशानियों से तंग आकर युवक ने किया था आत्महत्या का प्रयास

पिछले कई समय से राज्य में आत्महत्या की घटनाओं में इजाफा देखने मिला है। खास कर के कोरोना के कारण हुये लोकडाउन के बाद आर्थिक परेशानियों के चलते कई लोगों ने आत्महत्या किए होने का मामला सामने आए है। कुछ ऐसा ही एक और मामला सूरत से सामने आया, जब लिंबायत के एक युवक ने आर्थिक परेशानियों से तंग आकर खुद को ट्रेन के आगे फेंक दिया। हालांकि कहते है ना कि भगवान के आगे किसी की नहीं चलती, कुछ ऐसा ही हुआ और युवक की जान बच गई, हालांकि गंभीर रूप से घायल युवक को जब डॉक्टर के पास ले जाया गया तो वहाँ भी वह डॉक्टर से उसे जान से मार देने की विनंती करने लगा। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, लिंबायत के आसपास नगर के पास रहने वाला विनोद बुधवार को देर रात लिंबायत नीलगिरी के रेलवे फाटक के पास पाया गया। जिसके चलते लोगों ने उसे सिविल हॉस्पिटल में पहुंचाया। अस्पताल में विनोद को जब आपातकालीन विभाग में लाया गया तो वह डॉक्टर से लगातार एक ही गुजारिश कर रहा था कि वह उसे इंजेक्शन देकर मार दें। हालांकि डॉक्टर के दर्द कम कर देने की दवा देने के बाद जब वह स्वस्थ हुआ तो उसने खुद को बचा लेने की गुजारिश की। आर्थिक कारणों से परेशान होकर विनोद ने अंतिम कदम तो उठा लिया था, पर वह खुद भी अभी उसके लिए तैयार नहीं था। 
विनोद के परिवार के कुछ सदस्यों के अनुसार, विनोद पिछले कुछ दिनों से लगातार कह रहा था कि उसे किसी को पैसे देने है और इसी बात को लेकर वह काफी चिंता में रहता था। बुधवार को देर रात तक वह घर नहीं आया तो परिवार वालों ने उसकी छानबीन शुरू की थी। बता दें कि विनोद के परिवार में दो संतान है, जिसमें एक पुत्र तथा एक पुत्री है। परिवार का गुजारा करने के लिए विनोद टेम्पो चलाता था, हालांकि पिछले कई समय से वह आर्थिक रूप से काफी परेशान था। ऐसे में आर्थिक परेशानी के चलते उसने आत्महत्या का प्रयास किए होने का माना जा रहा है।