सूरत : कारोबारी ने संपत्ति बेच व दोस्तों से उधार ले 1.10 करोड़ इकठ्ठा किये, सस्ते सोने के चक्कर में सब खोए!

सूरत : कारोबारी ने संपत्ति बेच व दोस्तों से उधार ले 1.10 करोड़ इकठ्ठा किये, सस्ते सोने के चक्कर में सब खोए!

दो साल पहले हुई घटना में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी, कोर्ट के आदेश के बाद पाँच लोगों के खिलाफ लिखी गई शिकायत

कहते है लालच बुरी बला होती है। अधिक लालच के चलते मनुष्य कई बार उसके पास की चीजें भी खो देता है। ऐसा ही कुछ हुआ सूरत के व्यापारी के साथ, जिसने सस्ता सोना लेने के चक्कर में अपने 1.10 करोड़ रुपए गंवा दिये। पूरे मामले में कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, सूरत के उत्राण में रहने वाले व्यापारी गोविंद बोरडा दो साल पहले अपने चचेरे भाई से मिलने गए थे। दोनों भाई जब होटल से निकल रहे थे, तभी वहाँ एक शख्स आया और उनसे खाने की मांग करने लगा। दोनों को उस पर दया आई तो उन्होंने होटल में से उसे खाना खिलाया। खाना खाने के बाद व्यक्ति ने बदले में उन्हें एक सोने का सिक्का दिया। जिसे देखकर दोनों भाई चकित रह गए। जब उन्होंने इस बारे में पूछा तो व्यक्ति ने बताया कि वह एक मजदूर है और एक मकान कि खुदाई के दौरान उसे ऐसे बहोत सारे सिक्के मिले है।  
प्रतिकात्मक तस्वीर
भाइयों ने सिक्के की असलियत जानने के लिए उसका टेस्ट करवाया तो वह असली निकला। जिस पर दोनों भाइयों ने उस व्यक्ति से उन्हें सारे सिक्के दे देने की बात कहीं। दिनेश नाम के शख्स के साथ हुई बातचीत के अनुसार दिनेश, उसका भाई राजेश उसकी माँ और उसकी बहन वापी हाइवे के नजदीक पहुंचे थे, जहां चालीस से पचास किलो सोने के सिक्के का सौदा तीन करोड़ में हुआ। सस्ते में सोने के सिक्के हासिल करने की लालच में गोविंद ने अपनी संपत्ति बेचकर तथा दोस्तों से कर्ज लेकर 1.10 करोड़ एकत्रित किए
दिसंबर 2019 में गोविंद भाई फिर से चारों से मिले और उनसे सोने के सिक्के लेकर उन्हें 1.10 करोड़ दिये। बाकी के पैसे दूसरे  दिन देने का वादा कर के वह वहाँ से चले गए। हालांकि दूसरे दिन फोन करने पर दिनेश भाई ने खुद सामने से एक दिन बाद पैसे देने कहा। हालांकि इस बीच जब सिक्कों का टेस्टिंग करवाया गया तो सिक्के नकली मालूम पड़े। इस पर जब गोविंद ने दिनेश को फोन किया तो उसका नंबर बंद आने लगा। गोविंद भाई को महसूस हुआ की उनके साथ यह एक बड़ा धोखा हुआ है। जिस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत की। हालांकि पुलिस ने भी उनकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की। जिस पर गोविंदभाई ने कोर्ट में अपील की। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने दिनेश उर्फ भीमा सोलंकी, राजेश उर्फ राजू, उनकी माता तथा उनकी बहन और जीजा पर केस दर्ज किया है। बता दे की सस्ते में सोने के सिक्के देने की लालच देकर इस गिरोह ने पहले भी कई लोगों को चुना लगाया है। गिरोह के नाम कड़ोदरा, कोसंबा, अहमदाबाद और चोटिला में भी केस दर्ज है।