सूरत : फायनान्स कंपनी के एजेंट की कारस्तानी, मृतक ग्राहक के कार्ड से 9 बार लोन ले ली!

सूरत : फायनान्स कंपनी के एजेंट की कारस्तानी, मृतक ग्राहक के कार्ड से 9 बार लोन ले ली!

ईएमआई कार्ड धारकों को मिलने वाली सुविधा का लोन एजंट ने उठाया फायदा

आज मनुष्य कोई भी महंगी चीज लेने के लिए लोन लेता है। मार्केट में कई कंपनियाँ ग्राहको की सुखाकरी के लिए उन्हें लोन और क्रेडिट की सुविधा देती है। हालांकि कई बार वह इसके बुरे चक्कर में भी फंस जाता है तो कई बार लोन एजंट द्वारा भी धोखाधड़ी के मामले सामने आते है। ऐसा ही एक मामला सूरत से सामने आया है। जिसमें वेसु और पिपलोद में मोबाइल कंपनी में काम करने वाले एक लोन एजंट ईएमआई कार्ड वाले ग्राहकों के नाम पर उनकी जानकारी के बिना ही लोन प्रोसेस कर मोबाइल फोन लेकर कंपनी को चुना लगा रहा था।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, बमरोली में रहने वाले मयूर जरीवाला जो की बजाज फायनांस कंपनी में काम करते है। उन्हों ने कंपनी के अधिकारियों को जानकारी दी की अक्टूबर से नवंबर महीने के 36 दिनों के दौरान 17 मोबाइल फोन लोन पर लिए गए है। हालांकि उसके पैसे फोन देने वाले दुकान भाटिया मोबाइल और पुजारा टेलिकॉम को नहीं दिये गए थे। 
हैरान कर देने वाले इस तरह के केस में एक समानता देखी गई कि जिस दिन लोन ली गई थी, उसी दिन उसे कैंसल कर दी गई थी। इसके अलावा सभी लोन कंपनी के लोन एजंट अर्विष ने कि थी। कंपनी के अधिकारियों को मामले में शंका गई। इसके चलते उन्होंने बिना अर्विष को बताये ही इन सभी के घर पर छापा मारा था। जिसमें मालूम चला था कि जिन 6 लोगों के नाम से लोन ली गई थी, उन्होंने लोन ली ही नहीं थी। 
इसमें भी सबसे चौंकाने वाले बात तो यह थी कि अलथान में रहने वाले धनराज पाटील नाम के एक व्यक्ति के नाम पर सबसे अधिक 9 बार लोन ली गई थी, जिसमें 5.97 लाख के फोन लिए गए थे। पर यह व्यक्ति तो चार महीने पहले ही मृत्यु को प्राप्त हो चुका था। ऐसे में कंपनी के अधिकारियों को सारी करामात अर्विष द्वारा किए गए होने की जानकारी मिलते ही उन्होंने उमरा पुलिस स्टेशन में अर्विष के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया था। बता दे की कंपनी द्वारा जो ग्राहक नियमित होते है उन्हें कंपनी द्वारा ईएमआई कार्ड दिया जाता है। ऐसे कार्ड पर मात्र आधार कार्ड दिखाने से ही लोन मिल जाती है। बस इसी बात का फायदा उठाकर अर्विष ने यह धोखाधड़ी की थी।
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