सूरत : कपड़ा व्यापारी एवं फोस्टा के पूर्व अध्यक्ष श्रीकृष्ण बंका का चेन्नई में निधन

सूरत : कपड़ा व्यापारी एवं फोस्टा के पूर्व अध्यक्ष श्रीकृष्ण बंका का चेन्नई में निधन

कपडा व्यापारी श्रीकृष्ण बंका की आज अंतिम यात्रा उनके निवास से उमरा स्मशान तक निकलेगी, दोपहर बाद जे.जे.ए.सी. टेक्सटाईल मार्केट खुलेगा

आज सूबह वेसू केपिटल ग्रीन से उमरा स्मशान तक निकलेगी अंतिम यात्रा, जे.जे. मार्केट दोपहर बाद खुलेगा
फोस्टा के पूर्व अध्यक्ष एवं जेजे टेक्सटाईल मार्केट के सेक्रेटरी श्रीकृष्ण बंका की मौत की खबर से कपडा बाजार मे शोक की लहर व्याप्त हो गयी । सूरत में प्राथमिक चिकित्सा के बाद अधिक चिकित्सा के लिए बंकाजी को चेन्नई की अस्पताल में गए थे जहां रविवार रात चिकित्सा के दौरान उनकी मौत हो गयी। मंगलवार सूबह 10 बजे वेसू केपिटल ग्रीन से उमरा स्मशान तक अंतिम यात्रा निकलेगी। रिंगरोड सालासर गेट के पास स्थित जे.जे. मार्केट के सेक्रेटरी श्रीकृष्णा बंका के निधन पर अंतिम यात्रा के बाद जे.जे. मार्केट की दुकाने खुलेगी ऐसी जानकारी मार्केट के सूत्रों से मिली है।  
स्व. श्रीकृष्ण बंका
कपडा उधोग के विभिन्न संगठनो, सदर्न गुजरात चैम्बर आफ कामर्स , लायंस क्लब , एवं अग्रवाल समाज समेत विभिन्न सामाजिक सगंठनो मे बेहद सक्रिय बंकाजी पिछले एक माह से बिमार थे ।चेन्नई के एक हास्पिटल में रविवार रात इलाज के दौरान लगभग 67 वर्षीय श्रीकृष्ण बंका का निधन हो गया। एक माह पूर्व कोरोना पाजिटिव पाये जाने पर बंका जी को सबसे पहले पिपलोद के ग्लोबल सनसाईन हास्पिटल एवं उसके बाद अठवा गेट‌ स्थित महावीर अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। फेफडे मे संक्रमण बढने के साथ ही उन्हे अधिक इलाज के लिये एयर एंबुलेंस के जरिये चेन्नई के अस्पताल मे शिफ्ट किया गया था। सोमवार की सूबह चेन्नई  में चिकित्सा के दौरान श्रीकृष्ण बंकाजी का निधन हो गया। उनके निधन की खबर जैसे कपडा बाजार मे फैलते ही शोक की लहर फैल गयी। सरल स्वभाव एवं सदैव दूसरो की मददगार रहे श्रीकृष्ण बंका ने स्वंय 100 से भी अधिक बार रक्तदान किया एवं समय -समय पर ब्लड डोनेशन कैम्पो का आयोजन करके दूसरो को भी रक्त दान के लिये प्रेरित‌ किया। फोस्टा एवं विभिन्न कपडा बाजार के पदाधिकारियो तथा कपडा व्यापारियो ने बंका जी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त‌ करते हुये श्रद्धांजलि अर्पित की है ।
अजातशत्रु बन्काजी कपड़ा व्यापारियों में लोकप्रिय थे : कपड़ा अग्रणी ललित शर्मा के संस्मरण
कल सुबह सुबह समाचार मिलाकि बंका जी नहीं रहे। एक बार तो यकीन ही नहीं हुआ कि अचानक यह क्या हो गया क्योंकि दो दिन पहले ही उनके स्वास्थ्य में सुधार के समाचार प्राप्त हुए थे। लेकिन विधि के विधान के आगे किसकी कहां चली है। अंततोगत्वा सबको काल के नियमानुसार ही चलना है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी कमी बहुत खलती है। ऐसे ही व्यक्तित्व के धनी श्रीकृष्ण जी बंका थे। 
सरल स्वभाव के, मृदुभाषी, हर व्यक्ति को सम्मान देने वाले, सदैव नम्रता पूर्वक व्यवहार करने वाले, या यूं कहें कि एक उत्तम व्यक्तित्व के सारे गुण उनमें थे। इन्ही गुणों के कारण अजातशत्रु बन्काजी कपड़ा व्यापारियों में लोकप्रिय थे। बंका जी सूरत कपड़ा बाजार की अग्रणी संस्था फोस्टा के अध्यक्ष रह चुके थे। जेजे मार्केट के सचिव थे। चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में भी उनका बहुत अच्छा प्रभाव था। श्रीकृष्ण जी बंका का असमय चला जाना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से अपूरणीय क्षति है। उनका मार्गदर्शन मुझे सदैव मिलता रहता था। मेरे से जितना स्नेह करते थे उतना ही आदर भी करते थे। कभी भी मेरी बात को उन्होंने टाला नहीं, न ही अपनी बात को मुझे टालने दिया, क्योंकि इतने प्रेमपूर्वक समझाते थे।  ज्यादातर हमारा मिलना मीडिया बाइट्स के समय होता था। कभी नहीं आते तो मैं आग्रहपूर्वक उन्हें बुला लेता था। प्यार से मैं उन्हें काकोसा कहता था। 
पिछले साल कोरोना की दूसरी लहर के दरम्यान उनके छोटे भाई कोरोनाग्रस्त हो गए थे। इत्तफाक से उन्हें सेवा फाउंडेशन द्वारा संचालित वन्दे भारत कोविड आइसोलेशन सेंटर में चिकित्सा हेतु भर्ती करवाया गया था, जहां मेरी भी सेवाएं रहती थी। उनके भाई कभी कभी घबरा जाते थे तो उन्हें फोन करते थे तथा वो मुझे। जितने दिन उनका इलाज चला उतने दिन जैसे जैसे मैने बोला वैसे वैसे उन्होंने किया। कभी भी कोई तर्क वितर्क नहीं किया। रोज बोलते थे कि आप ध्यान रख रहे हो तो मुझे भरोसा है कि भाई जल्दी ठीक हो जाएगा। लेकिन यह कैसी विडंबना हुई कि जब वो खुद बीमार हुए तो मुझे पता तब चला जब उन्हें चैनई ले जा रहे थे। 
खैर, जो विधि का विधान था उसके आगे हमारी नहीं चलती है। लेकिन जब भी जे जे मार्केट जाऊंगा या कभी मीडिया के मुखातिब होऊंगा तो उनकी याद मुझे बरबस आएगी। मेरी स्मृति में बन्काजी सदैव रहेंगे। एक शानदार, जानदार, नम्र व्यक्तित्व के रूप में, मेरे संरक्षक के रूप में, मेरे हितेषी के रूप में, मेरे मार्गदर्शक के रूप में।
सामाजिक संगठनो और कपड़ा व्यापारियों के हितों के लिए बेहद सक्रिय थे बंकाजी : फोस्टा के पूर्व अध्यक्ष ताराचंद कासट
फोस्टा के पूर्व अध्यक्ष ताराचंद कासट ने श्रीकृष्णा बंकाजी के निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बहुत दुःखद घटना है। वह सामाजिक संगठनों और कपडा व्यापारियों के हितों के लिए बेहत सक्रिय थे। बहुत ही शांत शालिन और सरल स्वभाव के कारण बंकाजी ने कपडा बाजार में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। कपड़ा मार्केटों के साथ वह अग्रवाल समाज से भी जुडे हुए थे।  बंकाजी के निधन से फोस्टा और कपड़ा व्यापारीओं को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। बंकाजी के निधन से उनके परिवार के सदस्यों को दुःख सहन करने कि शक्ति भगवान प्रदान करे। 

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