सूरत : 7 दिनों में व्यक्ति का RT-PCR रिपोर्ट आया तब तक कोरंटीन अवधि समाप्त होने को थी!

सूरत : 7 दिनों में व्यक्ति का RT-PCR रिपोर्ट आया तब तक कोरंटीन अवधि समाप्त होने को थी!

आश्‍चर्य इस बात का है कि व्यक्ति की रिपोर्ट नैगेटिव रही लेकिन अस्पताल द्वारा पालिका को दी गई एक्सेल शीट में रिपोर्ट पोजीटीव बताई गई!

शहर के कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमित मरीजों के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि बढ़ते संक्रमण का एक कारण जांच रिपोर्ट आने में हो रहा विलंब भी हो सकता है।
गुजरात समाचार की एक रिपोर्ट के अनुसार रांदेर जोन में रहने वाले एक व्यक्ति स्वयं कोरोना पोजीटीव मरीज के संपर्क में आये थे। एतिहात बरतते हुए उन्होंने कोरोना जांच करवाई। उनका नमूना सिविल असप्ताल भेजा गया।
2 जनवरी को किये गये टेस्ट की रिपोर्ट ठेठ 9 तारीख को आई। यानि इतने दिनों में कोविड की नई मार्गदर्शिका के अनुसार उनका कोरंटीन का समय भी पूरा हो चुका था। रोचक पहलू यह है कि इस शख्स की आरटीपीसीआर रिपोर्ट सात दिनों के बाद नैगेटिव रही। लेकिन सिविल अस्पताल की ओर से पालिका को भेजे जाने वाली एक्सेल रिपोर्ट में उनकी टेस्ट रिपोर्ट पोजीटीव थी। अस्पताल प्रशासन ने बाद में एक्सेल रिपोर्ट में त्रुटि रह जाने की बात कही।
यहां गंभीर बात यह है कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट में हो रही देरी के चलते वास्तव में यदि कोई व्यक्ति पोजीटीव हो और उसे जब तक पता चले, वह समाज में खुले घूमता रहे तो कितने अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में प्रशासन को जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी और अस्पताल प्रशासन द्वारा पालिका प्रशासन को रिपोर्ट साझा करने में कोई भूल न हो इसका ध्यान रखना पड़ेगा।