सूरत : उत्तरायण पहले कटी बच्चे के जीवन की डोर, माता-पिता के लिए चेतावनी समान घटना

सूरत : उत्तरायण पहले कटी बच्चे के जीवन की डोर, माता-पिता के लिए चेतावनी समान घटना

बहन व बाल मित्रों की आंखों के सामने नीचे गिरा बच्चा

गुजरात में पतंग उड़ाने वालों के लिए लालबत्ती समान घटना घटी है। सूरत के अडाजण -पाल रोड इलाके में बच्चे की पतंग उड़ाते समय गिरकर मौत हो गई। हादसे में  प्रोफेसर के एकलौते बेटे की मौत से इलाके में मातम छा गया। बालक पतंग उड़ाते समय छत से नीचे गिर गया था।  एग्रीकल्चर कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के बेटे के साथ उत्तरायण से पहले हुई दुर्घटना ने माता-पिता को एहतियात बरतने का सबब दिया है। बच्चे के पिता ने कहा कि उन्होंने पहली बार पतंग दी और मासूम तनय की जीवन की डोर कट गई। अडाजण-पाल रोड पर बच्चे पतंग उड़ाने के लिए छात पर चढ़ गए। जिसमें बच्चे की बहन और बाल मित्रों की आंखों के सामने ही बालक गिर गया। अडाजण पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
उत्तरायण पर्व में क्या नहीं करना चाहिए?
- बिजली के तार में फंसी पतंग या डोरी को निकालने की कोशिश न करें।
- किसी को भी ऊंचाई से जमीन पर नहीं कूदना चाहिए।
- बिजली के तारों, रोड और बिजली के खंभों के पास पतंग न उड़ाएं।
- चिकने, खुरदुरे, टूटे और कमजोर अगासी पर न खड़े हों।
- घटिया निर्माण या छत पर पतंग न उड़ाएं।
- सार्वजनिक सडक़ों पर पतंग पकडऩे के लिए दौड़ें नहीं।
उत्तरायण के दिन और उससे पहले क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- पतंग चबाने से पहले उंगलियों पर मेडिकेटेड टेप लगाना चाहिए।
- बच्चों को माता-पिता की देखरेख में पतंग उड़ानी चाहिए।
- वाहन चालक को हेलमेट जरूर पहनना चाहिए।
- बाइक के अगले हिस्से में सेफ्टी सलिया लगाएं।
- चोट लगने पर 108 नंबर डायल करें।
- छत में प्राथमिक चिकित्सा किट अवश्य रखनी चाहिए।
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