सूरत : सहकारी समितियों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की अनुमति देने की मांग
By Loktej
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ओलपाड तालुका में किसानों को नुकसान की संभावना है क्योंकि समर्थन मूल्य पर खरीद की कोई व्यवस्था नहीं है , सहकारी समितियों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की अनुमति देने की मांग जिला कलेक्टर से की गयी
ओलपाड तालुका में किसानों को नुकसान की संभावना है क्योंकि समर्थन मूल्य पर खरीद की कोई व्यवस्था नहीं है
सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की घोषणा की है, लेकिन ओलपाड तालुका में ताऊते तूफान और गैर-मौसमी बारिश जैसे कारण उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम रहने से किसानों को 17.93 करोड रुपये कम मिले है। समर्थन मूल्य पर खरीदारी करने से सरकार के इनकार से सहकारिता संस्थांए बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। सहकारिता एवं किसान नेता दर्शन नायक ने मांग की है कि यदि सरकार किसानों के हित में किसानों को समर्थन का लाभ देना चाहती है तो सहकारी समितियों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की अनुमति दी जानी चाहिए।
ओलपाड तहसिल में पिछले वर्ष 2020-21 में तालुका की विभिन्न सहकारी समितियाँ, पुरुषोत्तम फ़ार्मेसीज़ लिमिटेड ओलपाड तुवर और भोयसिंग पालकोट में कुल 7,63,692 बोरियों की आय हुई है। पिछले साल की तुलना में धान की आय 1,70,114 बोरी की कमी आयी है। ओलपाड तालुका में धान का उत्पादन तोऊते तूफान, बेमौसम बारिश जैसे कारकों के कारण कम हुआ है। इस संबंध में किसान एवं सहकारिता नेता दर्शन नायक ने सरकार से मांग की है कि कम उत्पादन के कारण किसानों को 17.93 करोड़ रुपये की आय कम प्राप्त हुआ है। सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य से लाभान्वित किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है क्योंकि सहकारी समितियों के खरीद केंद्रों को धान की खरीद की अनुमति नहीं दी गई है। जिसके कारण किसान 340 रुपये में धान बेचने के लिए मजबुर हुए जो समर्थन मूल्य से 23 रुपये कम होने से किसानों को लगभग 6 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वर्तमान वर्ष में,सरकार ने 388 रुपये के समर्थन मूल्य की घोषणा की है मगर धान खरीदने के लिए ओलपाड में कोई व्यवस्था नही की। समर्थन मूल्य पर से 20 किलो पर किसानों को 40 रुपये तक कम मिलने की संभावना है। किसानों के हित में सरकार ने गंभीरता से मांग की है कि सहकारी समितियों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की अनुमति दी जाए।
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