सूरत : महानगरपालिका नालों के गंदे पानी को ट्रीट कर 20 करोड का राजस्व अर्जित करेगा

सूरत : महानगरपालिका  नालों के  गंदे  पानी  को ट्रीट कर  20 करोड का राजस्व अर्जित करेगा

सूरत : महानगरपालिका नालों के गंदे पानी को ट्रीट करेगा और २० करोड का राजस्व अर्जित करेगा, पीपीपी के आधार पर 20 साल में उगत और भेस्तान गार्डन से 17.25 करोड़ का राजस्व होगा

नगर निगम के नए प्रोजेक्ट से प्रदूषण भी कम होगा 
सूरत नगर निगम की स्थायी समिति में आज कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को मंजूरी दी गई। कुल 49 में से दो को छोड़कर एजेन्डे के सभी कामो को मंजूरी दी गई थी। जिसमें महत्वपूर्ण रूप से जल निकासी के पानी का उपचार किया जाएगा। शहर के दो सबसे बड़े उद्यानों के रख-रखाव और स्थापना को छोड़कर भारी राजस्व उत्पन्न होगा। साथ ही सीसी रोड का ठेका पांच साल की अवधि के लिए दिया गया था। इसे बढ़ाकर अब दस साल कर दिया गया है। सूरत नगर निगम की ओर से अब नाले के पानी को ट्रीट कर औद्योगिक घरानों में इस्तेमाल करने की व्यवस्था की जा रही है।  जल शोधन ( सूएज वोटर ट्रीटमेन्ट)  के लिए निगम की ओर से 165 करोड़ की बचत की जाएगी। 20 साल में किए गए खर्च के मुकाबले निगम को 20 करोड़ रुपये की आमदनी होगी। जल निकासी की व्यवस्था इस तरह से की जा सके कि इसका पुन: उपयोग किया जा सके, इससे पानी की लागत भी कम होगी। 
शहर मे दो बड़े गार्डन रखरखाव और नए रूप रंग से सजाए जायेगे। जिसमें पीपीपी के आधार पर रखरखाव और विकास की व्यवस्था की गई है। पीपीपी के आधार पर भेस्तान और उगत गार्डन विकसित किए जाएंगे। इन दोनों बागानों ( गार्डन) से 20 साल में निगम को 17.25 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। साथ ही रखरखाव और विकास पर हर साल 1.5 करोड़ रुपये खर्च होते थे जो इसके बाद यह भी मिल जाएगा। यानी निगम को एक साल में 30 से 35 करोड़ रुपए की बचत होगी। लोगों को घूमने के लिए बगीचा उपलब्ध कराएंगे।
स्थायी समिति के अध्यक्ष परेश पटेल ने कहा कि पहली बार निगम नालों के पानी से भी राजस्व अर्जित करने जा रहा है। पीपीपी के आधार पर गार्डन भी तैयार किए जा रहे हैं। जिससे निगम को अच्छी आमदनी होगी। सोसायटीयों के साथ-साथ अन्य सड़कों की भी काफी चर्चा है, अब जिस प्रकार की सड़कें ठेके पर दी जा रही हैं उसमें  संशोधित किया गया है। सीसी रोड को पहले सिर्फ पांच साल का समय दिया जाता था। अब इसे 10 साल तक अपनी ताकत बनाए रखने के लिए अनुबंधित किया गया है। 10 साल तक सीसी रोड को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी ठेकेदारों की होगी। 
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