सूरत : पार्किंग को लेकर हुई बहस में युवक की हुई हत्या, लकड़ी के फटके और धारदार हथियारों से किया हमला

सूरत : पार्किंग को लेकर हुई बहस में युवक की हुई हत्या, लकड़ी के फटके और धारदार हथियारों से किया हमला

शौचालय के बाहर हुये पार्किंग विवाद के कारण हुई दिलीप की हत्या

सूरत के कापोद्रा इलाके में देर रात दिलीप उर्फ दीपक रघु बारिया की लकड़ी के फाटकों और धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई थी। जिसके चलते पुलिस ने कार्यवाही शुरू की है। घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, हिस्ट्रीशिटर दिलीप बुधवार को रात को साढ़े 10 बजे के करीब कापोद्रा के स्नेहमुद्रा सोसायटी के पास स्थित एसएमसी के पार्किंग में मित्रों के साथ बैठा था। तभी अचानक तकरीबन पाँच शख्सों ने उस पर फटके और धारदार हथियारों से हमला किया था, जिसके चलते दिलीप वहीं स्थान पर ही गिर गया था। 
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय युवक घटनास्थल पर पहुँच गए थे और दिलीप देविपुजक को को इलाज के लिए किरण अस्पताल में ले गए थे।
हालांकि इलाज हो उसके पहले ही दिलीप की मौत हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही कापोद्रा पीआई के सहित पुलिस की अन्य टीम भी वहाँ पहुँच गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिलीप देवपूजक का भी गुनाहीत इतिहास है। दिलीप के खिलाफ ज़मीनों में विवाद खड़ा कर उनका समाधान करने के अलावा उनसे पैसे भी ऐंठता था। दिलीप के छोटे भाई भावेश ने बताया की जिस जगह उनकी हत्या की गई वहाँ वह हर दिन बैठक लगाते थे। शाम को शौचालय के बाहर हुये पार्किंग को लेकर हुये विवाद में दीपक ने सभी को शांत किया था। हालांकि इसके डेढ़ घंटे बाद रघु भरवाड और उसके ग्रुप ने दिलीप और उनके मित्र मयूर और अनिल को भी काफी मारा था। दिलीप को इस तरह मार खाते देखकर मुकेश और 2 से तीन पुलिस वाले भी घटनास्थल पर से भाग निकले थे।
मयूर और अनिल भाग जाने में सफल रहे थे, हालांकि दिलीप पकड़ा गए थे और उन पर तलवार, चाकू जैसे हथियारों से हमला भी किया गया था। दिलीप की हत्या होने के बाद उसके शरीर से 6 रिंग, 200 ग्राम की चैन और अन्य 4 चैन भी गायब थे। हालांकि रिपोर्ट में इस बात का कोई भी उल्लेख नहीं है। हमले के मास्टरमाइंड रघु को लोगों ने भागते हुये भी देखा था, जिसका PCR वान ने फिल्मी सीन करते पीछा किया था और 3 लोगों को हिरासत में लिया था।