सूरत : भूगर्भ जल रिचार्जिंग और बोरवेल के लिए पालिका बनाएंगी नई पॉलिसी

नए बोरवेल के लिए सरकार देगी ग्रान्ट

शहर में चालू और बंद बोरवेल और नए बोरवेल बनाकर भूगर्भ जल रिचार्ज के लिए इसका उपयोग करने के लिए पालिका नई पॉलिसी बना रही है। बोरवेल की मौजूदा डिजाइन छोटे अपाटमेंट और सोसायटियों को सुसंगत नहीं होने से पालिका तीन या चार डिजाइन बनाकर नई नीति लागू करेंगी।
शहर के अपार्टमेंट में निजी बोरिंग से भूगर्भ जल का उपयोग हो रहा है। औद्योगिक उपयोग के लिए भी बोरिंग के पानी का उपयोग होता है। भूगर्भजल के इस्तेमाल पर पालिका का कोई नियंत्रण नहीं है। नदी किनारे बसे शहर में ग्राउंड वॉटर रिचार्ज हो इसलिए पालिका नेे विविध कदम उठाए है। लेकिन उचित परिणाम नहीं आया। बिल्डिंग के प्लान मंजूर करते समय ग्राउंड वॉटर रिचार्ज का प्रावधान का अमल अनिवार्य किया गया है। लेकिन यह प्रावधान सिर्फ कागज पर है। ग्राउंड वॉटर रिचार्ज करने एजन्सी तय करने का प्रस्ताव शासकों ने खारीज किया है।
स्थायी समिति में हुई चर्चा के मुताबिक बोरवेल की हाल की डिजाइन सभी वर्ग के लिए अनुकूल नहीं है। नए बोरवेल के लिए राज्य सरकार ग्रान्ट देगी। ग्रान्ट में से इसे करने के लिए नई डिजाइन तैयार करने का निर्णय लिया है। वीयर कम कोजवे बनने के बाद पिछले 25 साल में कोजवे की डाउन स्ट्रीम के दोनों ओर भूगर्भ जल का स्तर बहुत निचे चला गया है। वॉल टू वॉल कार्पेट और सीमेंट कॉक्रीट के रोड बनने से बरसाती मौसम में जमीन में पानी उतरने की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है।
पालिका ने बोरवेल बनाने के लिए दे से चार हजार वर्गमीटर विस्तार के मुताबिक डिजाइन बनाई है। सोसायटी के सीओपी में बोरवेल का आयोजन हो तो इतनी बड़ी जगह उपलब्ध होती है। लेकिन छोटे अपार्टमेंट या छोटी सोसायटी में इतनी जगह नहीं होती है। ऐसे में बोरवेल की डिजाइन महंगी पड़ती है। इस कारणों से पालिका ने एक हजार से लेकर चार हजार वर्ग मीटर विस्तार के मुताबिक तीन या चार डिजाइन बनाने का आयोजन किया है। एसवीएनआईटी ने को यह काम सौंपा जाएगा। बोरवेल की नई डिजाइन के मुताबिक ग्राउंड वॉटर रिचार्ज के लिए नए बोरवेल बनाने और हाल की बोरवेल चार्ज करने के लिए नई नीति को लागू करने की शासकों से मंजूरी मांगी जाएगी।
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