सूरत : महिला रिक्शे में 8 लाख रुपये के गहनों से भरा बैग भूल गई, जाने फिर कैसे मिला बैग

सूरत : महिला रिक्शे में 8 लाख रुपये के गहनों से भरा बैग भूल गई, जाने फिर कैसे मिला बैग

बडौदा की महिला सूरत में रिक्शा से उतरते समय गहनों से भरा बैग भुल गई, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से रिक्शा का नंबर और चालक का संपर्क कर गहने से भरा बैग महिला को लौटाया

रेलवे स्टेशन पर उतरी महिला रिक्शे से बैग लेना भूल गई, पुलिस ने सीसीटीवी का इस्तेमाल कर ढुंढ निकाला 
वडोदरा की एक महिला सूरत रेलवे स्टेशन पर उतरकर रिक्शा में गहनों से भरा बैग भूल गई। महिधरपुरा पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से रिक्शा को ढुंढकर गहनों से भरा बैग बरामद किया है।  बाद में बैग महिला को सौंप दिया गया। एन. जी. मोढवाड़िया (महिला पीएसआई प्रभारी, महिधरपुरा) ने बताया कि सात  दिसंबर को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर एक महिला महिधरपुरा थाने की ओर दौड़ी और घबरायी हुई आयी। उस महिला ने कहा कि वह वालक पाटिया से रिक्शे में  बैठकर सूरत आयुर्वेदिक गरनाला रेलवे स्टेशन पर उतरे और रिक्शा में 8 लाख रुपये के जेवरों से भरा बैग भूल जाने की बात कह रही थी । सभी जानकारी लेने के बाद महिला के साथ वह रिक्शे में से सड़क पर जहां उतरी थी  वहा से लेकर सिमाडा नाका पर रिक्शा में बैठी थी वहा तक के चार थानों के सीसीटीवी चेक किए हालांकि कोई सफलता नहीं मिली। फिर सूरत पुलिस कंट्रोल रूम का सीसीटीवी कैमरा हेड कोन्स्टेबल दशरथभाई रमनभाई (ब. नं. 679)  के साथ जांच की जिसमें फुटेज का विस्तार से अध्ययन करने के बाद वादी महिला जिस रिक्शा में बैठी उसका सीसीटीवी केमरे की मदद से पीछा किया और रिक्शा का नंबर एवं रजिस्ट्रेशन संख्या प्राप्त की। फिर रात 11 बजे पर्वत पाटिया से रिक्शा चालक की सूचना मिलने पर चालक से संपर्क करने पर पता चला कि उसे कुछ पता नहीं है।  हालांकि, रिक्शा में चेकिंग के दौरान उसी जगह से गहनों से भरा एक बैग मिला। रिक्शा चालक भी सहम गया , रिक्शा में महिला बेग भुल गई होने की बात से वह अंजान था हालांकि उसने पुलिस को बहुत अच्छा सहयोग दिया।  हेनी अरविंदभाई पटेल (निवासी बायली, शिनोर, वडोदरा) ने कहा कि वह सामाजिक कारणों से वडोदरा से सूरत की बस में आए थे। जहां से वालक पाटिया गए थे। फिर वह एक रिक्शा में सवार हुए और आयुर्वेदिक कॉलेज के पास सूरत स्टेशन लौट आयी। रिक्शा में से उतरते समय हेनीबेन बैग लेना भूल गए। हालांकि तत्काल पुलिस से संपर्क करने के बाद कम समय में ही पुलिस के सुंदर ऑपरेशन से बैग और जेवर बरामद कर लिए गए हैं। हेनी बहन ने दोनों हाथ जोडकर पुलिस और रिक्शा चालक से धन्यवाद कहा। इतना ही नहीं, रिक्शा चालक की ईमानदारी को नमन भी किया। रिक्शा चालक की एक बात याद रखनी चाहिए कि बैग में अपना नाम और पता का टैग लगाना है, हर किसी की दानत खराब नहीं होते हैं। अच्छे लोग कीमती सामान भरा बैग देने के लिए पते पर आने की अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। 
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