सूरत : मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते वराछा में भारी जाम, हीरा कारखानों के समय में बदलाव करने की मांग

सूरत :  मेट्रो प्रोजेक्ट के चलते वराछा में भारी जाम, हीरा कारखानों के समय में बदलाव करने की मांग

डायमंड एसोसिएशन ने मनपा विरोध पक्ष नेता से की पेशकश

शहर की सबसे महत्वाकांक्षी मेट्रो परियोजनाओं में से एक पर काम शहर में शुरू हो गया है। जिससे वराछा कापोदरा लंबे हनुमान रोड जैसे इलाकों में कई रूट डायवर्ट किए गए हैं। इसके चलते शहर में जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। इस प्रकार आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष ने क्षेत्र में हीरा कारखानों का समय बदलने के लिए डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष से संपर्क किया है। जिससे ट्रैफिक की समस्या कुछ हद तक कम हो सके।
वराछा, कापोदरा, लंबे हनुमान रोड, कतारगाम क्षेत्र में बड़ी संख्या में हीरा कारखाने चल रहे हैं। मेट्रो प्रोजेक्ट की व्यस्त सड़कों के डायवर्जन से ट्रैफिक जाम की समस्या हो रही है। यहां सुबह-शाम वाहनों की भारी भीड़ रहती है। हीरा कारखानों में काम करने वाले लाखों रत्नकलाकार  इस सड़क का उपयोग करते हैं। लेकिन मेट्रो प्रोजेक्ट से ट्रैफिक की समस्या विकराल हो गई है। हीरा कारखाने का समय बदल दिया जाए तो यह समस्या कम होने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए डायमंड एसोसिएशन को सलाह दी गई है कि वह डायमंड फैक्ट्री मालिकों को अपने शेड्यूल में बदलाव करने का सुझाव दें।
विपक्ष के नेता धर्मेश भंडेरी ने कहा कि शहर में 5,000 से 7,000 से अधिक कर्मचारियों वाले कई बड़े हीरा कारखाने हैं। यदि वे अपने कर्मचारियों को कारखाने से आने-जाने का समय बदलने की अनुमति देते हैं तो हजारों वाहनों का सड़क पर जाम लगना भी एक राहत की बात होगी। बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों के प्रबंधक इस मामले को गंभीरता से लेते हैं और अगर समय 30 मिनट में भी बदलाव कर दिया जाए तो एक ही समय में निकलने वाले हजारों वाहनों की संख्या कम हो जाएगी।
डायमंड एसोसिएशन के सचिव दामजी मवानी ने कहा कि इन क्षेत्रों में मौजूदा यातायात समस्या वास्तव में गंभीर है। हम हीरा कारखाने के प्रबंधकों का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करेंगे कि आज विपक्ष के नेता ने क्या प्रस्तुतीकरण दिया है। हालांकि, यह बहुत जरूरी है कि अगर समय में थोड़ा बदलाव किया जाए और फैक्ट्री छोड़ने वाले रत्नकलाकार की संख्या समय के अनुसार बदलती रहे तो ट्रैफिक की समस्या सड़क पर नहीं दिखेगी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हम जरूर कुछ कम करने की कोशिश करेंगे।
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