ड्रग्स तस्करी : कक्षा 9वीं के छात्र के बैग से भारी मात्रा में अफ़ीम हुई बरामद

ड्रग्स तस्करी : कक्षा 9वीं के छात्र के बैग से भारी मात्रा में अफ़ीम हुई बरामद

राजस्थान से सूरत भेजी गई अफीम के साथ महज 16 साल का बच्चा पुलिस के हत्थे चढ़ा we

राज्य में पिछले कुछ महीनों से चल रहे नशीले पदार्थों के कारोबार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही हैं। इसी दौरान के शहर सूरत में ड्रग डीलिंग का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें सूरत पुलिस ने ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश कर ड्रग्स तस्करी का अनोखा तरीका उजागर किया है। ऐसे अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस ने राजस्थान से तस्करी कर सूरत लाए गए अफीम के धंधे का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि तस्करों ने अफ़ीम को सूरत पहुंचाने के लिए स्कूल के छात्र का इस्तेमाल किया। एक स्कूली बैग में करीब 2 किलो अफीम राजस्थान से सूरत पहुंचाई गई।
(Photo Credit bhaskar.com)
पुलिस ने ऐसे ही एक छात्र को निओल चेकपोस्ट से गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच के दौरान पता चला है कि ड्रग्स माफिया तस्करी के लिए अब छात्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने 1.98 लाख कीमत वाली अफीम के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। ये किसके लिए ले जाया जा रहा था और इसे कहां से लाया, इसकी जांच की जा रही है। इन मामले में पुणे पुलिस ने बताया कि तस्करी करने वाले बच्चे की उम्र महज 16 साल है जो पड़ोसी राज्य राजस्थान का रहने वाला है। बरामद अफीम की कीमत 1.98 लाख रुपये आंकी गई है।  लयह छात्र बिना पास या परमिट के धांधली करते पकड़ा गया है।  पूछताछ में पता चला कि अफीम की मात्रा वांछित आरोपी गोपाल रतनजी शर्मा नाम के व्यक्ति से ली गई थी।  वह चित्तौड़गढ़, बेगू जिला, इटावा तालुका, राजस्थान का निवासी है।  इसकी डिलीवरी सूरत में होनी थी।  डिलीवरी लेने वाले अज्ञात व्यक्ति का नाम और पता ज्ञात नहीं है।  मोबाइल नंबर भी नहीं है।  इस काम के लिए छात्र को 5000 रुपये नकद दिए गए थे।
गौरतलब है कि पुलिस ने दो मोबाइल, आधार कार्ड, स्कूल बैग समेत लगभग 205,000 रुपये की संपत्ति जब्त कर ड्रग्स भेजने वाले आरोपी गोपाल शर्मा को वांटे घोषित किया। पुलिस मामले के अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है।