सूरत : वेसु में 75 सामुहिक दीक्षा महोत्सव , भव्य वर्षीदान यात्रा आज

सूरत :  वेसु में 75 सामुहिक दीक्षा महोत्सव , भव्य वर्षीदान यात्रा आज

सूरत शहर में वेसू बलर हाऊस स्थित अध्यात्मनगरी में कल एक साथ ७ साल से ७० साल की उम्र वाले ७५ दीक्षार्थि संसार का त्याग करके दीक्षाधर्म अंगीकार करके संयमी बन जायेगे जिससे एक दिन पूर्व शहर में दीक्षार्थिओं का भव्य वर्षीदान यात्रा निकलेगी

दो सगे भाई वीर और मेघ एक साथ वैरागी बनेगे, तीन दिन में 1 लाख से ज्यादा लोगों ने किया आध्यात्म नगरी का दौरा
वेसू के बलर हाऊस में 29 नवंबर को एक साथ 75 दीक्षा का आयोजन किया गया है जिसके लिए रविवार को मजुरागेट से अठवागेट, पार्लेपोईन्ट, राहुलराज मोल होकर वेसू तक भव्य वर्षीदान यात्रा निकलेगी। इस वर्षीदान यात्रा के दौरान जगह जगह दीक्षार्थिओं का पुष्पवर्षा से स्वागत किया जायेगा।  सिंहसत्वोत्सव ऐतिहासिक 75 सामुहिक दीक्षा महोत्सव में उत्सव को देखने के लिए आध्यात्म नगरी में भारी भीड़ उमड़ रही है। हजारों लोग अनमोल अध्यात्म नगरी में उन दीक्षार्थिओं को देखने के लिए आ रहे हैं जो संसार का त्यागकर साधु जीवन की ओर प्रयाण करने जा रहा है। त्योहार के अंतिम चरण में होने के कारण पर्यटकों की संख्या अचानक से बढ़ रही है। तीन दिनों में 1 लाख से अधिक लोग देवविमान सैम जिनालय और विभिन्न कार्यक्रमों का दर्शन कर रहे हैं। चौथे दिन की सुबह जब इन 75 दीक्षार्थिओं की वर्षीदान यात्रा होगी, तब लोगों की भारी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। पूरे भारत के सभी बैंडों, मंडलियों, विशेष रूप से सजाए गए भूखंडों, गजराजों और विभिन्न नए आकर्षणों के साथ, जुलूस नानपुरा से शुरू होगा और सूरत के राजमार्गों पर परित्याग की गर्जना करेगा। 
दीक्षाधर्म के महान नायक, योगतिलक्षुरीश्वरजी महाराजा के तपस्वी भाषण के प्रभाव में हो रहे 75 सामूहिक दीक्षाओं के तीसरे दिन उपकरणों तथा नामकरण के लिए उछामणी बोली गयी। बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से 450 से अधिक आरोहण बोले गए। वार्षिक दीक्षा जुलूस माजुरागेट दयालजी बाग से शुरू होगा। जो  9:00 बजे वनिता विश्राम  पहुचेगी जहां मंच से पू गुरु भगवंतो घोड़े को देखेंगे और यहां क्रेन से यात्रा पर फूलों की वर्षा होगी। 9:15 अठवागेट, 9:25 चोपाटी पर दीक्षार्थि वर्षीदान करेंगे। 10 बजे लाल बंगला, पार्ले पोईन्ट, सरगम सर्कल, एसवीएनआईटी पर पुष्पवर्षा होगी। 11 बजे लेक व्युह गार्डन, राजहंस थियेटर, बिग बजार, राहुल राज मोल पर पुष्पवर्षा होगी उसके बाद 12 बजे अध्यात्मनगरी बलर हाउस वर्षीदान यात्रा पहुचेगी। 
दो सगे भाई वीर और मेघ एक साथ वैरागी बनेगे
वेसू स्थित अध्यात्म नगरी में जैनाचार्य योगतिलकसूरिश्वरजी महाराजा की वैरागवाणी से प्रभावित होकर 29 नवंबर को 75 सामूहिक दीक्षा में 7 साल से 70 साल के दीथार्थिओं का समावेश है। जिसमें सूरत के 7 और 10 साल के दो सगे भाई भी इस सामूहिक दीक्षा महोत्सव में संयम के मार्ग पर आगे बढ रहे है। जैनाचार्य योगतिलकसूरिश्वरजी के विख्यात गुरूकुलवास में दोनो भाईओं का वैराग्य उत्पन्न हुआ था जो अब दीक्षा में परिवर्तित होने जो रहा है। उन्होने कहा कि माता पिता पहले से ही कहते थे की उनके संतान परमसुख प्राप्त करे और वह संयम जीवन मनें ही छुपा हुआ है। इस लिए उनको बचपन से ही धार्मिक वातावरण प्रदान किया गया। सूरत के कैलासनगर में रहनेवाले और लोन ( ऋण ) के व्यवसाय से जुडे मुल बनासकांठा के धन्यावडा विशालभाई शाह के दोनो पुत्र वीरकुंवर उम्र 10 और मेघवर उम्र 7 छोटी उम्र में संयम के कठीन मार्ग पर चल पडे है। बडा भाई वीरकुंवर तीन साल गुरूकुल में तो छोटा भाई मेघवर डेढ साल गुरूकुल में रह चुंके है। दोनो को पुछा गया था की आपको क्या बनना है तो उन्होने कहा की हमे कुछ नही बनना मात्र दीथार्थि बनना है। दोनों बच्चों के संयमजीवन में महाराज के शिवाय माता आयाबेन और पिता विशालभाई का योगदान है। 
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