सूरत : रक्तदान और पर्यावरण का संदेश पहुंचाने बंगाल का छात्र 6363 किमी साइकिल चलाकर सूरत पहुंचा

सूरत : रक्तदान और पर्यावरण का संदेश पहुंचाने  बंगाल का छात्र 6363 किमी साइकिल चलाकर सूरत पहुंचा

देश में पर्यावरण-रक्तदान जागरूकता फैलाने 23 वर्षीय छात्र का अनोखा प्रयास

पूरा विश्व आज पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। विश्व सहित भारत में प्रदूषण की समस्या दिनोंदिन विकराल स्वरूप धारण कर रही है। लोगों में पर्यावरण जागरूकता लाने के लिए कई संस्था और लोगों द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। ऐसी ही एक अनोखी पहल बंगाल के 23 वर्षीय छात्र ने की है। रक्तदान और वृक्षारोपण का संदेश पहुंचाने वेस्ट बंगाल के मुर्शिदाबाद डिस्ट्रीक्ट के लालगुला गांव का युवक साइकिल पर 6363 किमी फासला तर करके सूरत पहुंचा। सूरत पहुंचकर कपड़ा व्यापारियों से मिलकर ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करने और पर्यावरण बचाने की अपील की।
वेस्ट बंगाल से  6363 किमी 94 दिन की साइकिल यात्रा करके सूरत पहुंचे प्रशांतजीत दास उर्फ जोजो ने बताया कि उसके पिता पहले से ही सामाजिक प्रवृत्ति में आगे रहते थे और उनसे प्रेरणा लेकर ही इस कार्य की शुरूआत की है। सबसे पहली बार वृक्षारोपण का संदेश के साथ साल 2019 में मेरे डिस्ट्रीक्ट से दार्जिलिंग तक 450 किमी साइकिल चलाकर लोगों से मिलकर वृक्षारोपण का संदेश पहुंचाया था। इसमें 15 दिनों का समय लगा था। 
पर्यावरण जतन और रक्तदान के लिए लोग प्रेरित हो इसके लिए 20 अगस्त को परीक्षा और 22 अगस्त को रक्षाबंधन  का त्यौहार मनाकर 25 अगस्त को लालगुला से साइकलिंग की शुरूआत की थी। प्रशांतजीत दास बीए ग्रेज्युएशन के अंतिम वर्ष में है। उन्होंने अपने डिस्ट्रीक्ट से शुरू की साइकलिंग से पहले झारखंड, इसके बाद बिहार, यूपी, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, जम्मू और कश्मीर से वापस लौटकर पंजाब, हरियाण, दिल्ली और राजस्थान होकर गुजरात में प्रवेश किया है।
जिसमें गुजरात में पहलेदिन शामलाजी इसके बाद गांधीनगर, आणंद, भरूच होते हुए शुक्रवार को सूरत पहुंचे थे। आज सूरत में सामाजिक संस्थाओं से मिलकर वे दमण और महाराष्ट्र जाएंगे। रोजाना 120 किमी साइकिल चलाकर 94 दिन में यह यात्रा की है और यह यात्रा 4 माह तक चलेगी। सूरत में सारोली स्थित रघुवीर मॉल मार्केट के व्यापारियों से मुलाकात की थी।
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