सूरत : कलियुगी माता ने खुद की मासूम संतान को नदी में फेंक कर लिखवाई अपहरण हुये होने की शिकायत, जानें कैसे फूटा भांडा

अपहरण होने के बाद भी काफी समय तक नहीं की गई कोई शिकायत तो पुलिस ने गई शंका

किसी भी माता के लिए उसकी संतान से बढ़कर और कोई नहीं होता। हालांकि सूरत में घटित यह घटना आपको इसके बारे में सोचने पर मजबूर कर देगी। सूरत के उन पाटिया इलाके में एक माता ने अपने ही नवजात शिशु को नदी में फेंक दिये होने की जानकारी सामने आई थी। यही नहीं नदी में फेंक देने के बाद महिला ने अपने पति और पुलिस के सामने बच्चे का अपहरण हो गए होने का झूठ चलाया था। हालांकि पुलिस को महिला पर शंका गई, अपनी शंका के आधार पर पुलिस ने महिला से क्रॉस वेरिफिकेशन करते हुये सवाल किए थे, जिसमें महिला ने अपना गुना कबुल किया था।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, सूरत के उन पाटिया में रहने वाली 24 वर्षी शाहीन शेख दो दिन पहले रात को 11 बजे सचिन GIDC पुलिस स्टेशन पहुंची थी। जहां उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई की शाम को 6:30 बजे के करीब जब वह बाथरूम गई थी तब किसी ने उनके कमरे में सो रही 18 दिन की लड़की का अपहरण किया था। हालांकि पुलिस को महिला पर ही शंका गई। क्योंकि संतान के गुम हो जाने के बाद ना ही उसने अपने पड़ोसियों को इस बारे में जानकारी दी और पति को भी तीन घंटे बाद बताया। यही नहीं महिला ने पाँच घंटे के बाद पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। इन सब मामलों से पुलिस का शक बढ़ गया। 
अपनी शंका के आधार पर पुलिस ने महिला से पूछताछ शुरू की। पुलिस के एक के बाद एक सवालों से महिला टूट गई और उसने अपना गुना कबुल कर लिया। महिला ने बताया कि एक साल पहले वह अपने माता-पिता के खिलाफ जाकर हारून नाम के युवक के साथ लीवइन में रह रही थी। इससे उन्हें एक संतान भी हुई। पर कुछ ही दिन पहले उसका हारून के साथ झगड़ा हुआ, जिस पर वह अपने मायके आ गई। मायके आने के बाद उसे माता-पिता ने भी उसको डांटा। इस बात का महिला को काफी बुरा लगा और उसने गुस्से में हॉपपुल से अपनी बच्ची को नीचे फेंक दिया। महिला के कबूलनामे के बाद पुलिस ने दमकल विभाग की सहायता से नदी में बच्ची की लाश को ढूँढना शुरू किया, जिसमें दो दिन के बाद उन्हें सफलता मिली थी।
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