छोटे पटाखों का बड़ा नुकसान; फोड़ने की जगह पटाखों को निगल जाने से मासूम बालक की हुई मौत

छोटे पटाखों का बड़ा नुकसान; फोड़ने की जगह पटाखों को निगल जाने से मासूम बालक की हुई मौत

तीन साल का बेटा शौर्य निगल गया था पटाखें, लगातार हो रही थी उल्टियाँ

दिवाली के दौरान छोटे बच्चे पटाखें फोड़ने के लिए काफी उत्साही होते है। बच्चों का मन तो बड़े-बड़े बम फोड़कर ज़ोर से दिवाली मनाने का होता है। हालांकि माता-पिता बच्चों की सलामती को ध्यान में रखते हुये अधिकतर उन्हें छोटे पटाखें ही दिलाते है। पिछले कई समय से बाजार में पॉप-पॉप पटाखें आए है। मात्र रेती और बारूद के मिश्रण से बने यह पटाखें काफी सामान्य होते है और छोटे से छोटे बच्चे इसके साथ खेल सकते है। 
पर बच्चों पर भरोसा कर के कभी भी उन्हें पटाखों के साथ नहीं छोड़ना चाहिए। वरना कोई न कोई अनहोनी हो सकती है। कुछ ऐसा ही मामला आया है सूरत से, जहां यह पॉप-पॉप पटाखें एक मासूम की मौत का कारण बने थे। विस्तृत जानकारी के अनुसार, सूरत के डिंडोली इलाके में रहने वाले मूल बिहार के राज शर्मा अपने तीन साल के बेटे शौर्य के लिए पॉप-पॉप पटाखें लाये थे। हालांकि फेंक कर फोड़ने के बजाय बालक उसे निगल गया था। 
पटाखों को निगल जाने के कारण शौर्य की तबीयत काफी खराब हो गई। माता-पिता ने उसके लिए दवाई तो ली पर उसकी तबीयत में कोई भी सुधार नहीं हुआ। डॉक्टर ने उसे ग्लूकोज भी बोतल भी चढ़ाई, पर फिर भी कोई फर्क नहीं आया। 24 घंटे लगातार बीमार रहने के बाद बच्चें की तबीयत और भी बिगड़ी और उसे उल्टियाँ होने लगी। यह देखकर उसकी माता अंजलि और भी चौंक गई। तुरंत ही उसे माता-पिता सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बालक को मृत घोषित किया था। घटना के बाद सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने भी सभी माता-पिता को दिवाली के समय बच्चों के पटाखें फोड़ते हुये उनके साथ रहने की अपील की थी। 
Tags: