सूरत : आउटर रिंगरोड मई 2022 और मेट्रो दिसंबर 2023 में शुरू होगी

रिंगरोड का 45 फीसदी कार्य पूरा, वालक में तापी नदी पर राज्य का सबसे बड़ा ब्रिज साकार होगा

शहर के दो अहम प्रोजेक्टों कार्य जोरों पर शुरू है। आउटर रिंगरोड के तहत 27 किलोमीटर लंबाई में काम शुरू है। वहीं मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले फ्रेज का कार्य शुरू हो गया है। आउटर रिंगरोड मई 2022 और मेट्रो दिसंबर 2023 में कार्यरत  होने की घोषणा मनपा के सामान्य सभा में की गई।
मेट्रो रेल कोरिडोर के दो फ्रेज के लिए केंद्र सरकार ने बारह हजार करोड़ की योजना मंजूर की है। इस योजना के तहत पहले फ्रेज के लिए मेट्रो रेल कोरिडोर और मेट्रो स्टेशन बनाने की कार्यवाही शुरु कर दी है। पालिका की सामान्य सभा में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिए प्लॉट किराये पर देने का प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए स्थायी समिति अध्यक्ष परेश पटेल ने बताया कि मेट्रो रेल प्रोजेक्ट केंद्र और राज्य सरकार की आर्थिक सहाय से शुरू है। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के मुख्य डायरेक्टर कल सूरत में थे।  उनके साथ हुई बातचीत के मुताबिक मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का पहला फ्रेज दिसंबर 2023 में कार्यरत होगा।
सामान्य सभा में मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने बताया कि आउटर रिंगरोड का कुल 45 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इसमें से रास्ते का कार्य गति से हो रहा है। वालक में तापी नदी पर राज्य का सबसे विशाल छह लेन का पूल बन रहा है। आउटर रिंगरोड के तहत 27 किलोमीटर में से 17 किलोमीटर लंबाई में कार्य शुरू है। आउटर रिंगरोड के तहत पांच किलोमीटर सूरत मनपा की सीमा में है। वहीं बाकी के विस्तार सूडा की सीमा में है। आउटर रिंगरोड मई 2022 और पूल सहित स्ट्रक्चर दिसंबर 2022 तक तैयार हो जाएगा।
आउटर रिंगरोड के लिए 90 फीसदी जमीन का अधिग्रहण
आउटर रिंगरोड अंतर्गत अलग-अलग पैकेज पर कार्यवाही शुरू है। जिसमें सूडा के सीमा में 90 फीसदी जमीन अधिग्रहण की है। पालिका की सीमा में 94 फीसदी जमीन अधिग्रहण की गई है। कोसाड, अब्रामा, सणिया हेमाद, वालक सहित विस्तारों में आउटर रिंगरोड की कार्यवाही शुरू है। आउटर रिंगरोड बनने से सूरत के आसपास के विस्तार का कायापलट होगा।

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