सूरत : दुर्घटना के कारण ब्रेन डेड घोषित महिला के अंगो का किया गया दान, सूरत के समाजसेवक को मिला लीवर का दान

सूरत : दुर्घटना के कारण ब्रेन डेड घोषित महिला के अंगो का किया गया दान, सूरत के समाजसेवक को मिला लीवर का दान

सूरत की किरण हॉस्पिटल में किया गया सूरत के समाजसेवक में लीवर का ट्रांसप्लांट

सूरत में एक ही महीने में अंगदान की छट्ठी घटना सामने आई है। जिसमें दुर्घटना के बाद ब्रेन डेड जाहीर किए जाने के बाद वलसाड की योग शिक्षिका के अंगो का दान किया गया था। इसके चलते उनके विभिन्न अंगो का दान करने का निर्णय लिया गया था। योग शिक्षिका का लीवर, किडनी, आंखो का दान किया गया। जिसमें उनका लीवर सूरत के ही एक समाजसेवक और उद्योगपति को ट्रांसप्लांट किया गया था। 
सूरत के किरण हॉस्पिटल में यह लीवर ट्रांसप्लांट की पहली घटना है। जिसमें योग शिक्षिका ने मृत्यु के बाद भी 5 लोगों को जीवनदान दिया है। गुरुवार को जब योग शिक्षिका रंजनबेन सुबह 10 बजे अपनी बहन तनुजा के यहाँ जा रहे थे तभी वलसाड धरमपुर चौकड़ी के पास उन्हें एक अंजान वाहन चालक ने टक्कर मार दी। इसके चलते वह मोपेड़ से नीचे गिर पड़े और उनके सर में गंभीर चोट आई। सिटी स्कैन करने पर पता चला की उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया है। 
प्राथमिक इलाज देने के बाद अधिक इलाज के लिए उन्हें सूरत की एपल हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था। जहां डॉक्टरों द्वारा उनके दिमाग में जमी हुई खून की गाँठो को दूर किया। पर शनिवार 2 अक्टूबर को उन्हें ब्रेनडेड जाहीर किया गया था। ऐसे में डोनेट लाइफ की टीम ने अस्पताल पहुँचकर रंजनबेन के पति और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को उनके ब्रेन डेड होने के बाद उनके अंगो का दान करने के बारे में समझाया था। 
इस बारे में रंजनबेन के पति ने कहा कि उसकी पत्नी मर चुकी है और अब उसका शरीर जलकर विलीन ही होने वाला है। ऐसे में यदि उसके अंगो से किसी को नया जीवन मिलता है तो उसके लिए वह अनुमति देते है। जिसके बाद SOTTO द्वारा लीवर को सूरत की किरण अस्पताल में एक समाज सेवक को लीवर जबकि एक किडनी अहमदाबाद की इंस्टीट्यूट ऑफ डिसेज एंड रिसर्च सेंटर और दूसरी किडनी वडोदरा की भाईलाल अमीन अस्पताल में दान की गई थी। 
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