सूरत : ओलपाड तहसिल के गांवों में सफाई की मांग के साथ जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन

सूरत : ओलपाड तहसिल के गांवों में सफाई की मांग के साथ जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन

सूरत जिले में ओलपाड तहसिल के गांवों में सफाई की व्यवस्था सही न होने पर जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन देकर स्वच्छता अनुदान के जांच की मांग की गयी।

स्वच्छता अनुदान का उपयोग कहा हुआ उसकी उचित जांच होः दर्शन नायक
सूरत जिले में ओलपाड तालुका की सायन, किम, देलाड, ओलपाड सहित  ग्राम पंचायतें सफाई और स्वच्छता में अपने घर का आंगण ही साफ करना भूल गए हैं। स्वच्छता अनुदान का उपयोग कहा किया गया उसकी योग्य जांच के लिए जिला विकास अधिकारी को ज्ञापन देकर दर्शन नायक ने उचित कार्यवाही की मांग की है। 
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों को जनसंख्या के आधार पर सरकार की ओर से अनुदान आवंटित किया जाता है, लेकिन इस अनुदानों का उपयोग कहां किया गया है यह दिला लेकर ढुंढने पर भी नही दिख रहा। सफाई और स्वछता न होने के कारण गांवों में मच्छरों का जन्म होता है। ओलपाड तहसिल में सायण, किम, देलाड और ओलपाड सबसे अधिक आबादीवाली ग्राम पंचायत है। इन बडी ग्राम पंचायतो के अलावा छोटी ग्राम पंचयातो को भी सरकार द्वारा आबादी के हिसाब से सफाई का अनुदान दिया जाता है। सरकारी अनुदान के अलावा स्थानिय ग्राम पंचायत भी सफाई वेरा की वसूलात करती है। इन सभी ग्राम पंचायतों में कचरे के ढेर जहां वहा नजर आते है। सफाई न होने से मच्छरों का उपद्रव बढ़ता है मगर स्थानिय ग्राम पंचायत के अलावा तालुका पंचायत के अधिकारियों को यह गंदकी और मच्छरों का उपद्रव नही दिखता। ओलपाड तहसिल के कीम, कठोदरा, कुडसद रोड, सायण रोड, सिवाण रोड, सायण-ओलपाड रोड, देलाड रोड सहित गांवों के रास्तों पर कचरा और गंदकी नजर आती है। 2020-21 के वर्ष में 14वां वित्तपंच लागु था और इस योजना के तहत स्वच्छता के लिए लाखो रूपये का अनुदान ग्राम पंचायतों को आवंटित किया गया। उसी प्रकार से वर्ष 2021-22 में 15वां वित्त आयोग अमल में आने के साथ स्वच्छता सफाई के लिए डोर टु डोर गार्बेज कलेक्शन, कुडा संग्रहण, कुडा निकाल के लिए अनुदान आवंटित किया गया। सरकार की ओर से अनुदान तो आवंटित हुआ मगर ग्रामपंचायतो में सफाई और स्वच्छता पर कोई कार्य नही हुआ। सारी सफाई और स्वच्छता मात्र कागज पर दिखाकर अनुदान की सफाई हो गई। ‌इस संदर्भ में जिला विकास अधिकारी विशेष संज्ञान लेकर कार्यवाही करने की मांग सहकारी नेता, पूर्व जिला पंचायत सदस्य दर्शन नायक द्वारा की गयी है।

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