सूरत के लिंबायत प्रताप नगर में तेलुगु समुदाय ने किया ताजिया जुलूस का भव्य स्वागत

मुहर्रम के मौके पर हिंदू-मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल, पद्मशाली समाज ने पहली बार मंच बनाकर किया स्वागत

सूरत के लिंबायत प्रताप नगर में तेलुगु समुदाय ने किया ताजिया जुलूस का भव्य स्वागत

सूरत। मुहर्रम के अवसर पर सूरत के लिंबायत क्षेत्र में साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला। मदीना मस्जिद से निकला ताजिया जुलूस मारुति नगर, प्रताप नगर होते हुए मीठी खाड़ी से रिंग रोड की ओर बढ़ा। यह पूरा आयोजन हर्ष, उल्लास और पूर्णतः शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।

सूरत में तेलगु समाज के अग्रणी और लिंबायत वोर्ड भाजपा महामंत्री रापोलु बुच्चि रामुलु ( मास्टरजी) ने जानकारी देते हुए कहा कि मदीना मस्जिद के पास लिंबायत ताजिया समिति द्वारा एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें समिति अध्यक्ष हाजी चिनूभाई ने पुलिस अधिकारियों, शांति समिति के सदस्यों और दोनों समुदायों के सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ताओं का फूलों और शॉल से सम्मान किया।

इस बार आयोजन की खास बात यह रही कि पद्मशाली (तेलुगु) समुदाय के नेताओं ने पहली बार प्रताप नगर स्थित मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर के पास एक मंच बनाकर ताजियों और ताजिया समिति के नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने फूल वर्षा कर जुलूस का अभिनंदन किया और धार्मिक एकता का संदेश दिया।

इस कार्यक्रम की सफलता में पुलिस प्रशासन का भी सराहनीय योगदान रहा। डीसीपी भागीरथ गढ़वी, एसीपी जडेजा, पीआई कमालिया चिराग और अन्य पुलिस कर्मचारियों ने जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था और शांतिपूर्ण संचालन के लिए दिन-रात मेहनत की।

यह आयोजन ना केवल मुहर्रम की धार्मिक परंपरा को निभाता है, बल्कि सूरत शहर की सांप्रदायिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनकर उभरा है।

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